गर्भावस्था के दौरान फल और हरी सब्जियों का भरपूर करें सेवन

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• कोरोना के संक्रमण के डर से इसके इस्तेमाल से नहीं करें परहेज
• हरी सब्जी और फल को बाजार से लाने के बाद गर्म पानी से धोकर करें इस्तेमाल
  भागलपुर-
कोरोना काल में में लोग हर तरह से सावधानी बरत रहे हैं. भोजन भी बहुत सोच समझ कर रहे हैं. फल और हरी सब्जियों को खाने से लोग  परहेज कर रहे हैं. दरअसल लोगों को ऐसा लग रहा है कि कहीं इसके जरिए वह कोरोना से संक्रमित न हो जाए. ऐसा करना ठीक नहीं है. खासकर गर्भवती महिलाओं को तो बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि  ऐसा करने से उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा. साथ ही उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी इसका विपरीत असर पड़ सकता है. इसलिए फल और हरी सब्जियों को खाने से परहेज नहीं करें, बल्कि खाने  से पहले कुछ सावधानियों को बरतें.
फलों एवं सब्जियों की करें अच्छी से सफाई:
हरी सब्जियों को लाने के बाद गर्म पानी में उसे धो दें या फिर चार-पांच घंटे तक धूप में उस को रख दे. इसी तरह फल को भी खरीद कर लाने पर उसे गर्म पानी में धो दें. इससे उसके जरिए कोरोना वायरस के शरीर के अंदर प्रवेश करने का खतरा कम हो जाएगा. नारायणपुर पीएचसी के प्रभारी डॉ विजेंद्र कुमार विद्यार्थी  कहते हैं गर्भावस्था में महिलाओं को खानपान में विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए. प्रोटीन, आयरन और फोलिक एसिड का भरपूर सेवन करना चाहिए. इससे माता स्वस्थ रहेंगी और पेट में पल रहा बच्चा भी. जहां तक कोरोना की बात है तो यह कब तक रहेगा कहना मुश्किल है. ऐसे में फल और सब्जियों को छोड़ना ठीक नहीं रहेगा. इसे लेकर कुछ सावधानी बरतनी होगी. जैसे कि बाहर से फल और हरी सब्जी को लाने के बाद उसे गर्म पानी में धो ले और उसका इस्तेमाल 4 से 5 घंटे बाद करें. ऐसा करने से कोरोना होने का खतरा नहीं रहेगा.
दूध और उस से बने सामान का भरपूर इस्तेमाल करें:
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन में मां और बच्चे दोनों के लिए दूध और उससे बने उत्पाद जरूरी है. गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास के लिए प्रोटीन और कैल्शियम की ज्यादा जरूरत होती है. गर्भवती महिला के शरीर के लिए 1,300 एमजी कैल्शियम आवश्यक होता है. खानपान में दूध, दही आदि को शामिल करें. दूध, दही, पनीर, मक्खन जैसी चीजें आप अपने भोजन में इस्तेमाल कर सकती है.
हरी और पत्तेदार सब्जियों का भरपूर करें इस्तेमाल:
डॉक्टर विद्यार्थी ने बताया गर्भवती महिलाओं को एक दिन में 27 मिलीग्राम आयरन की जरूरत होती है. गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे-पालक, पत्तागोभी, ब्रोकली को एक संतुलित मात्रा में डायट में शामिल करें. ऐसा करना मां और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक है.
 साबुत अनाज का करें इस्तेमाल:
 गर्भावस्था के दौरान साबुत अनाजों का सेवन फायदेमंद होता है. गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन में साबुत अनाज में भरपूर कैलोरी मिलती है जो गर्भ में शिशु के विकास में मदद करती है.
 अंडे का करें सेवन:
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन में गर्भवती महिला को अंडे को शामिल करना चाहिए लेकिन, कच्चे अंडे का सेवन न करें. गर्भावस्था के दौरान उबले अंडे का सेवन शरीर को प्रोटीन, कोलीन, बायोटीन, कोलेस्ट्रोल, विटामिन-डी और एंटी-ऑक्सिडेंट जैसे तत्व प्रदान करता है. इसके अलावा एक बड़े अंडे में 77 कैलोरी ऊर्जा होती है. इसलिए अंडे को गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन में अंडा बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद होता है