– बेटे-बेटियों में चल रही फर्क की प्रथा होगी दूर, छोटा परिवार, खुशहाल परिवार को मिलेगा बल
– एक साथ सास – बहू को किया जा रहा है जागरूक, छोटा परिवार, खुशहाल परिवार के महत्व की दी जाएगी जानकारी
लखीसराय, 17 अक्टूबर।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे सास – बहू सम्मेलन कार्यक्रम से परिवार नियोजन को बल मिलेगा और जनसंख्या स्थिरीकरण का उद्देश्य सफल होगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाँव स्तर पर सास – बहू सम्मेलन का आयोजन कर सास – बहू दोनों को एक साथ जागरूक जाएगा। सास – बहू स्वस्थ समाज की आधारशिला थीम पर मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत परिवार कल्याण कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होगा।
परिवार नियोजन के लिए सास – बहू का आपसी सामंजस्य महत्वपूर्ण : –
जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने कहा कि सामाजिक व्यवस्थाओं में परिवार का बड़ा महत्व है। खासकर घर की सबसे बड़ी व बुजुर्ग महिला का । शायद, यही वजह होगा कि बहू का निर्णय कहीं ना कहीं सास की विचारधाराओं से प्रभावित रहता है। परिवार नियोजन के लिए सास – बहू का आपसी सामंजस्य महत्वपूर्ण है। इसके कारण सास और बहू को एक मंच पर साथ लाकर जागरूक किया जाएगा।
छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का दिया जा रहा है संदेश : –
सास-बहू सम्मेलन कार्यक्रम के माध्यम से खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का संदेश दिया जाएगा। दरअसल, आज भी देखा जा रहा है कि लोग परिवार नियोजन को उचित नहीं मानते हैं। खासकर पुराने ख्यालात के लोग तो इसे किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं मानते हैं। जो कि महज एक अवधारणा है और यह अवधारणा वर्षों से चली आ रही है। उक्त कार्यक्रम से ना सिर्फ लोग परिवार नियोजन के लिए जागरूक होंगे, बल्कि वर्षों से चली आ रही है बेटे – बेटियों में फर्क की अवधारणा भी दूर होगी। इसके लिए बच्चे दो ही अच्छे स्लोगन के माध्यम से सास – बहू को जागरूक किया जाएगा और छोटा परिवार के महत्व की जानकारी दिया जाएगा।
सही उम्र में शादी और शादी के दो वर्ष बाद ही हो पहला बच्चा : –
सास – बहू सम्मेलन कार्यक्रम के तहत लोगों को यह भी जानकारी दी जाएगी कि बच्चे की शादी सही उम्र पर ही करें। शादी के कम से कम दो साल बाद ही पहला बच्चा हो और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर हो। इससे ना सिर्फ जनसंख्या स्थिरीकरण सफल होगा, बल्कि माँ और बच्चे दोनों स्वस्थ भी रहेंगे। स्वस्थ माँ से ही मजबूत बच्चा संभव है।
– इन मानकों का पालन कर कोविड-19 से रहें दूर : –
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें।
– बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
– साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर
का इस्तेमाल करें।
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके।
– उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके।
– घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
– बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें।
– मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें।
– किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों।
– कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें।
– बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें।