– एनीमिया के कारण, लक्षण, बचाव की दी जा रही है जानकारी
– एनीमिया से बचाव के लिए प्रोटीन युक्त खाना का करें सेवन
लखीसराय, 23 अक्टूबर।
एनीमिया मुक्त देश निर्माण को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति पूरी तरह संकलित है। इसके लिए जिला से लेकर पीएचसी स्तर पर तमाम कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही लोगों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा एनीमिया के कारण, लक्षण एवं इससे बचाव के उपाय की जानकारी दी जा रही है। ताकि हर हाल में सरकार द्वारा चलाई गई एनीमिया मुक्त देश निर्माण सफल हो सके और लोग इसके प्रति जागरूक हो सकें।
– एनीमिया से बचाव को प्रोटीनयुक्त खाना का सेवन जरूरी : –
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि एनीमिया खून की कमी से होती है। इसलिए, इससे बचाव के लिए प्रोटीन व आयरन युक्त खाना का सेवन करना जरूरी है। दरअसल, शरीर में पर्याप्त आयरन रहने से इस बीमारी की संभावना ना के बराबर रहती है। इसलिए खान-पान एवं रहन-सहन का विशेष ख्याल रखें। इसमें सकारात्मक बदलाव ही बीमारी से बचाव का बड़ा उपचार है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।
– लक्ष्मण दिखते ही कराएं इलाज, चिकित्सा परामर्श का करें पालन : –
एनीमिया का लक्षण दिखते ही अच्छे चिकित्सकों से तुरंत इलाज कराना चाहिए। चिकित्सा परामर्श का पालन करना बेहद जरूरी है। ताकि किसी बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और बीमारी से पूरी तरह निजात मिल सके।
– ये हैं एनीमिया के लक्षण : –
एनीमिया बीमारी का शुरूआती लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला होना, दिल की धड़कन में बदलाव, साँस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द, हाथों और पैरों का ठंडा होना, सिरदर्द आदि कमी होना है। ऐसा लक्षण होते ही ससमय इलाज करायें ।
– प्रोटीनयुक्त खाने का करें सेवन : –
एनीमिया के दौरान प्रोटीन युक्त खाने का सेवन करें। जैसे पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूँगफली का मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर आदि । यह आपके शरीर की कमी को पूरी करता एवं होमोग्लोबीन जैसी कमी भी दूर करता है। इससे एनीमिया बीमारी से बचाव हो सकता है।
– गर्भवती महिलाएँ रखें विशेष ख्याल : –
गर्भवती महिलाओं को गर्भस्थ
शिशु के विकास के लिए शरीर में रक्त का निर्माण करना पड़ता है। जिसमें कमी होने के कारण एनीमिया होने की प्रबल संभावना हो जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को गर्भ के दौरान लगातार होमोग्लोबीन समेत अन्य आवश्यक जाँच करानी चाहिए। साथ हीं चिकित्सकों के परामर्श का पालन करना चाहिए।
– समय पर खाएं खाना : –
एनीमिया से बचाव के लिए समय पर खाना खाना भी जरूरी है। इसलिए, इस बात विशेष ख्याल रखें कि समय पर खाना खाएं और परिवार के अन्य सदस्यों का भी खान – पान का ख्याल रखें। खासकर घर के बच्चे और बुजुर्गों का खान – पान को लेकर विशेष ख्याल रखें।
– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर : –
– दो गज की शारीरिक – दूरी का हमेशा पालन करें।
– भीड़ – भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
– ऑख, नाक, मुँह छूने से बचें और छूने के पूर्व साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।
– घर से मास्क लगाकर ही निकलें।
– सैनिटाइजर साथ लेकर ही बाहर निकलें।
– साफ – सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बाहर में लोगों से बातचीत के दौरान आवश्यक दो गज की दूरी का ख्याल रखें।