“बढ़ती महिलाएं खिलते बाग” थीम के साथ उमड़ते सौ करोड़ अभियान का हुआ आयोजन

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• महिला हिंसा व शोषण के विरूद्ध किया गया आवाज बुलंद
•14 फरवरी से 08 मार्च तक सहयोगी संस्था द्वारा चलाया जाएगा अभियान
•पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हर्बल गार्डन, किचन गार्डन, रूफ टॉप गार्डन, विंडो गार्डन को दिया जाएगा बढ़ावा

पटना/14 फ़रवरी 2021:

उमड़ते सौ करोड़ अभियान के अन्तर्गत आज 14 फ़रवरी, 2021 को हथियाकांध पंचायत भवन, दानापुर, पटना में सहयोगी संस्था के द्वारा “उमड़ते सौ करोड़” अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियों, महिलाओं, किशोरियों के द्वारा महिला हिंसा एवं शोषण के विरुद्ध आवाज बुलंद किया। इस अवसर पर महिला हिंसा को समाप्त करने के साथ–साथ धरती और पर्यावरण को सुरक्षित-संरक्षित रखने का भी आह्वान किया गया। इस अवसर पर लगभग 170 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

विभिन्न चुनौतियों का सामना करती है महिलाएं :

उमड़ते सौ करोड़ अभियान की राज्य समन्वयक एवं सहयोगी की प्रमुख रजनी ने इस अवसर पर कहा कि आज महिलाओं के समक्ष कई चुनौतियाँ एक साथ खड़ी हैं। एक ओर जहाँ वे परिवार के अन्दर, कार्यस्थल पर और सड़क पर हिंसा का सामना कर रही हैं तो दूसरी ओर व्यावसायिक (प्रोफेशनल) जिम्मेदारियों में बेहतरी का दबाव भी बना हुआ है। यही नहीं सामाजिक ताने-बाने के अंदर परिवार को बनाये रखने कि जिम्मेदारी भी महिलाओं के कंधे पर है। साथ ही, प्रकृति के साथ खिलवाड़ एवं प्राकृतिक संसाधनों का बेतहाशा दोहन के कारण उत्पन्न हुई चुनौतियों का सामना भी महिलाओं को ही करना पड़ रहा है। महिलाओं के लिए इस प्रकार की हिंसा किसी को भी मंजूर नहीं है। महिलाएं सभी जिम्मेदारियों को निभाते हुए भी सभी क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि महिला के सम्मानपूर्ण स्थान एवं हिंसा मुक्त समाज के साथ हमारी धरती एवं पर्यावरण को बचाना भी महती आवश्यक है। इसके लिए सहयोगी संस्था द्वारा हर्बल गार्डन, रूफ टॉप गार्डन, विंडो गार्डन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन गार्डन का उपयोग किसी की परिस्थिति वाले घरों में आसानी से किया जा सकता है। सहयोगी संस्था द्वारा 14 फरवरी से 08 मार्च “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” तक अभियान चलाया जाएगा जिसमें लोगों को इन चीजों की जानकारी देते हुए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा।

महिला हिंसा के विरुद्ध लोगों को जानकारी देने व संवेदित कार्य करने में सहयोगी संस्था की भूमिका सराहनीय :

इस अवसर पर पंचायत के मुखिया श्री रविन्द्र कुमार जी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सहयोगी संस्था के द्वारा इस क्षेत्र में महिला हिंसा के विरुद्ध समुदाय एवं हितधारकों को जानकारी देने एवं उन्हें इस मुद्दे पर संवेदित करने का कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में धरती एवं पर्यावरण को बचाने के मुद्दे को जोड़ने से यह और भी उद्देश्यपूर्ण हो गया है। सुरक्षित पर्यावरण होने से ही हमारा जीवन सुरक्षित रहेगा, हमें इसके लिए व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर एकजुट होकर प्रयास करना होगा। इस क्षेत्र में हम अधिक से अधिक पेड़-पौधों को लगाने के लिए एवं इस हेतु समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण दिनों एवं अवसरों पर पौधारोपण और वृक्षारोपण का कार्यक्रम करेंगे। हमें पौधों-पेड़ों की सुरक्षा एवं देखभाल अपने बच्चों की तरह करना चाहिए।

धरती बचाने का बीड़ा भी महिलाओं को उठाना होगा:

देवप्रिया दत्ता ने कहा कि अब सभी महिलाओं को धरती बचाने का बीड़ा उठाना होगा। लोगों द्वारा दोनों का ही शोषण किया जा रहा है। खाद्य पदार्थों में अत्यधिक कीटनाशक दवाओं का उपयोग हो रहा है और वैसे खाद्य पदार्थ खा कर लोग बीमार भी हो रहे हैं। ऐसे पदार्थों के कहने से माताओं के गर्भ में ही बच्चों की मृत्यु भी हो रही है। महिलाएं किचन गार्डन लगाकर ऐसी समस्याओं को कम कर सकती हैं। हमें खुद को स्वास्थ्य रखने के लिए पृथ्वी और पर्यावरण को बचाए रखना होगा। हमें हर प्रकार के हिंसा से मुक्त होना होगा चाहे वह घरेलू हिंसा हो या फिर धरती व प्रकृति के साथ कि हिंसा। तभी हमारा बेहतर विकास संभव है।

धरती को सुरक्षित रखने के लिए महिला-पुरुषों की एकजुटता जरूरी :

वार्ड सदस्य श्रीमती देवंती देवी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला-पुरुष सभी को मिलकर हमारी धरती को सुरक्षित बनाये रखने के लिए एकजुट प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तभी हमारा अस्तित्व बना रहेगा।

इस मौके पर पंचायत के विभिन्न गांवों से महिला एवं किशोरियों ने अपनी प्रतिभागिता की एवं स्थानीय किशोरियों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुति द्वारा समुदाय को महिला हिंसा को समाप्त करने के साथ हमारे पर्यावरण के प्रति भी सजग रहने के लिए आगाह किया।

लोकगीत की प्रस्तुति के साथ ही औषधीय व फूलों के पौधों का हुआ रोपण :

कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार श्री अर्जुन पासवान एवं उनके सह-कलाकारों के द्वारा लोकगीत भी प्रस्तुत किया गया जिसमें प्रदूषण से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर महिला एवं किशोरी प्रतिभागियों के द्वारा सहयोगी द्वारा उपलब्ध कराये गए औषधीय एवं फूलों के पौधों का रोपण कर समुदाय को इस मुद्दे के प्रति प्रेरित किया गया, साथ ही यह अपील किया गया कि हम सभी अपने घर के आसपास पौधा एवं पेड़ लगाएँ एवं उन्हें संरक्षित रखें।

इस अवसर पर रजनी, देवोप्रिया दत्ता, उषा, राजू पाल, लाजवंती, बिंदु, निर्मला, संजू, रिंकी, उन्नति, मुन्नी, शारदा, धर्मेन्द्र, निर्भय, सुरेन्द्र, नितीश के साथ पंचायत के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे जिनमें मुखिया श्री रविन्द्र कुमार, नगर परिषद् अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र चौधरी, वार्ड सदस्य श्रीमती देवंती देवी एवं वार्ड सदस्य श्री राकेश सिंह ने प्रतिभागिता की। मंच का संचालन सहयोगी की कार्यक्रम समान्यवक उन्नति रानी ने किया।