जिले में आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह का शुभारंभ

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– आयोडीन के महत्व की दी जाएगी जानकारी, सेवन के लिए किया जाएगा जागरूक
– आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों की भी दी जाएगी जानकारी

लखीसराय, 21 अक्टूबर।
बुधवार को जिले में विश्व आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह का शुभारंभ हो गया। इस सप्ताह का 28 अक्टूबर को समापन होगा। पूरे सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रम समेत अन्य गतिविधियां के माध्यम से लोगों को आयोडीन के महत्व की जानकारी दी जाएगी। लोगों को आयोडीन सेवन के लिए जागरूक भी किया जाएगा। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सारी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। ताकि समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक आयोडीन के महत्व की जानकारी पहुँच सकें और आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों पर विराम विराम लगे।

– सभी पीएचसी प्रभारी को दिए गए हैं आवश्यक निर्देश : –
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि विश्व आयोडीन अल्पता बचाव सप्ताह के सफल संचालन के लिए जिले के सभी पीएचसी प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। पीएचसी स्तर पर लोगों को जागरूक करने, प्रत्येक व्यक्ति तक आयोडीन के महत्व की जानकारी पहुँचाने के लिए आवश्यक पहल करने को कहा गया है।

– आशा घर – घर पहुँचाएंगी आयोडीन के महत्व की जानकारी
स्वास्थ्य विभाग से जुड़ीं आशा कार्यकर्ता घर – घर जाकर भी लोगों को आयोडीन के महत्व की जानकारी देंगी। इसको लेकर जिले के सभी पीएचसी में बैठक कर आशा कार्यकर्ता को जरूरी दिशा निर्देश दिया जाएगा। साथ ही आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी।

– बैनर – पोस्टर से भी लोगों को किया जाएगा जागरूक : –
बैनर – पोस्टर के माध्यम से भी समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक आयोडीन के महत्व की जानकारी पहुँचाई जाएगी और जागरूक किया जाएगा। इसके लिए पीएचसी में बैनर – पोस्टर लगाया जाएगा। जिसके माध्यम से लोगों को आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों एवं इसके महत्व का संदेश दिया जाएगा।

– आयोडीनयुक्त नमक के सेवन से इन बीमारियों से रहेंगे दूर
आयोडीन युक्त नमक सेवन से हमसब कई बीमारियों से दूर रहेंगे। जैसे,- घेघा रोग, बहरापन, अविकसित मस्तिष्क, गर्भवती महिलाओं में गर्भपात, बौनाकद, सीखने और समझने की क्षमता, शारीरिक रूप से कमजोर, अपंग, मृत बच्चा पैदा होना, वयस्कों में ऊर्जा की कमी, जल्दी थकावट आदि। इसलिए, लोगों को आयोडीन युक्त नमक का ही सेवन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

– आयोडीन युक्त नमक को ऐसे रखें सुरक्षित : –
आयोडीनयुक्त नमक को सुरक्षित रखने के लिए हवा बंद डब्बे में रखें। नमक के डब्बे को छायादार एवं सूखे स्थान पर रखें, चूल्हे से दूर रखें, खाने पकाने के अंत में नमक को डालें। इससे नमक सुरक्षित रहेंगे और नमक की क्षमता बनी रहेगी।

– जानें क्या है आयोडीन : –
आयोडीन एक सूक्ष्म पोषक तत्व है। जो मानव विकास और बढ़त के लिए आवश्यक है। जिसकी शरीर को विकास एवं जीने के लिए बहुत थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। आयोडीन का एक फायदा यह है कि यह थायराइड ग्रंथियों को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है और यह ग्रंथियां थाइराइड के हार्मोन्स छोड़ती हैं। जिससे शरीर का मेटाबॉलिक स्तर नियंत्रित रहता है और यह मेटाबॉलिक स्तर शरीर के कई अंगों की कार्यशीलता को प्रभावित करता है। जैसे- खाने को पचाने, भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने तथा सोने के चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा आमतौर पर सामान्य विकास और बढ़त के लिए लगभग 100 – 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की आवश्यकता होती है और इस आवश्यकता की पूर्ति न होने पर व्यक्ति कई विकारों का शिकार भी बन सकता है।

– आयोडीन युक्त नमक सेवन से होने वाले लाभ : –
आयोडीन युक्त नमक का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में आवश्यक आयोडीन की पूर्ति होती है। इससे
तेज दिमाग, स्वस्थ एवं ऊर्जा से भरपूर शरीर और कार्य क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। गर्भवती महिलाओं द्वारा आयोडीन युक्त नमक के इस्तेमाल करने से गर्भपात की समस्या भी नहीं होती है और स्वस्थ बच्चे का जन्म होता है। इसके अलावा गर्भ में शिशु का शारीरिक व मानसिक रूप से पूर्ण विकास भी होता है।

– इन मानकों का पालन कर कोविड-19 से रहें दूर : –
– मास्क का अनिवार्य रूप से करें उपयोग।
– बार – बार साबुन या अल्कोहलयुक्त हैंड सैनिटाइजर
से हाथों की अच्छी तरह करें सफाई।
– दो गज की शारीरिक – दूरी का हमेशा करें पालन।
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें।