नई दिल्ली
बार-बार यह कहा जा रहा था कि अगर कन्हैया दोषी है तो उसके ऊपर चार्ज शीट क्यों नहीं दाखिल हो रही है। आखिर कर चार्जशीट दाखिल हो गया है ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने देशद्रोही के कई तरह के नारे लगाए थे।
पुलिस द्वारा चार्जशीट में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत 10 लोगों का नाम शामिल है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कन्हैया ने कहा कि तीन साल बाद चार्जशीट फाइल करने के लिए पुलिस का धन्यवाद।
गौरतलब है कि पुलिस ने तीन साल तक चली जांच के बाद कोर्ट में एक ट्रंक में चार्जशीट फाइल की है। 1200 पेज की इस चार्जशीट को पुलिस ने अदालत में पेश किया है। चार्जशीट में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, सैयद उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत 10 लोगों के नाम शामिल है। जांच एजेंसी ने इस केस में पूरी तैयारी के साथ चार्जशीट तैयार की है। इस मामले के गवाहों के बयान सीआरपीसी की ऐसी धारा के तहत दर्ज किए गए हैं कि बयान से पलटने पर उन्हें सजा मिल सकती है। पुलिस ने इसके साथ ही फरेंसिक और फेसबुक डेटा के जरिए भी साक्ष्य जुटाए हैं।
सुनवाई शुरू होने से पहले दिल्ली पुलिस चार्जशीट को एक बक्से में लेकर पटियाला हाई कोर्ट में पहुंची। रिपोर्ट्स के मुताबिक चार्जशीट करीब 1200 पेजों की है, जिसके सपॉर्ट में कुछ दूसरे दस्तावेज भी हैं। कन्हैया और अन्य 9 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने अभी तक की तफ्तीश में पुख्ता सबूत जुटाए हैं। इन्हीं सभी दस्तावेजों को लेकर लोहे के एक बक्से में लेकर पुलिस अदालत पहुंची।