यहां आने वाले मरीजों को इलाज से जुड़ी हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी
पीने के पानी से लेकर एंबुलेंस की पार्किंग तक की व्यवस्था की गई है
बांका-
कटोरिया रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जल्द ही अत्याधुनिक सुविधाएं भी मिलेंगी. इसे लेकर तैयारी जोरों पर है. अस्पताल में आने वाले मरीजों को इलाज में किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे लेकर युद्धस्तर पर मरम्मत का काम चल रहा है.
अस्पताल के प्रभारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे लेकर हमलोग अस्पताल में लगातार सुविधाएं बढ़ा रहेबढ़ाई जा रही हैं. पहले लेबर रूम में 2 टेबल की व्यवस्था थी, जिसे बढ़ाकर अब तीन कर दिया गया है. ऑपरेशन थिएटर में अभी मरम्मत का काम चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. इस अस्पताल में बंध्याकरण को लेकर काफी संख्या में महिलाएं आती हैं. इसे लेकर ऑपरेशन थिएटर की भी क्षमता को बढ़ाई जा रही है.
हैंड वॉशिंग जोन मेंभी बनाया जा रहा: डॉ विनोद कुमार ने कहा कि अस्पताल में पीने के पानी के लिए कैंट लगाया गया है. साथ ही हैंड वॉशिंग जोन भी बनाया जा रहा है. कोरोना काल में इसकी आवश्यकता महसूस की गई. यहां आने वाले मरीज और उसके परिजन साथ में अस्पताल के कर्मी हर 2 घंटे के अंतराल पर हाथ धोते हैं. इसलिए इसकी व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा अस्पताल के पास दो एंबुलेंस है, उसके लिए भी पार्किंग बनाई गई है. मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों की गाड़ियों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई है. कुल मिलाकर अस्पताल में मरीजों के इलाज से लेकर अन्य तरह की सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है. मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पताल का दरवाजा खटखटाना नहीं पड़े इस बात को ध्यान में रखते हुए हमलोग अस्पताल को तैयार कर रहेकिया जा रहा हैं.
अस्पताल में सभी तरह की दवा है मौजूद: डॉ विनोद कुमार ने कहा कि यहां पर आने वाले मरीजों को हर तरह की दवा मुफ्त में दी जाती है. अभी अस्पताल में सभी तरह की दवा मौजूद है. अस्पताल प्रबंधन ऑनलाइन ऑर्डर कर दवा मंगाता है. यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को या इस क्षेत्र के लोगों को दवा को लेकर किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.
कोरोना वायरस कीसंबन्धित गाइडलाइन का रखा जा रहा है ख्याल: डॉ विनोद कुमार ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के इलाज के दौरान कोरोना वायरस संबन्धितकी गाइडलाइन का पालन किया जाता है. अस्पताल के कर्मी और मरीज सामाजिक दूरी का पालन करते हैं. साथ ही स्वास्थ्यकर्मी और मरीज अनिवार्य तौर पर मास्क पहनते हैं. अगर मरीज के साथ कोई परिजन आते हैं तो उन्हें भी मास्क पहनने के लिए कहा जाता है. अस्पताल आने वाले व्यक्ति को हैंड सैनिटाइजर दिया जाता है. स्वास्थ्यकर्मी मास्क के साथ ग्लव्स भी पहने रहते हैं.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें