ललिता ऑफ्टर शास्त्री जी पुस्तक का लोकार्पण

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-केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह के हाथों संपन्न हुआ।

– पुस्तक के लेखक संजय पति तिवारी

-इस पुस्तक में 200 से अधिक कहानियां का संकलन है

ऩईदिल्ली-

ललिता ऑफ्टर शास्त्रीजी पुस्तक का लाकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मौजूद केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री डॉ सत्यपाल सिंह के हाथों संपन्न हुआ। इस पुस्तक में खास तौर पर ललिताजी जो पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी पत्नी हैं पर केंद्रिंत है। पुस्तक के लेखक संजय पति तिवारी ने ललिताजी के जीवनशैली मूल्य और संघर्षों की कहानी का जिक्र किया है। लेखक ने परिवार के सभी सदस्यों के रिश्तेदारों व मित्रों के हवाले से विस्तृत चर्चा की है।

पुस्तक का लोकार्पण करते हुए डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि ललिता शास्त्री हमारे इतिहास के पन्नों की बड़ी धरोहर हैं जिन्हें सहेजकर अगली पीढ़ी के लिए रखा जाना चाहिए। संजय पति तिवारी ने बेहतरीन कार्य किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने लाल बहादुर शास्त्री की जीवन के संघर्षों की कहानी को विशेष तौर पर चर्चा की।

इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील देवधर ने अपने संदेश में पुस्तक के लेखक संजय पति तिवारी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के संदर्भ में यह पुस्तक प्रासंगिक है। जब हम जीवन के मूल्यों को खोते जा रहे हैं। इस पुस्तक का प्रकाशन नवजागरण प्रकाशन से हुआ है। पुस्तक में ललिता शास्त्री के संघर्षों की कहानी को दर्शाया गया है। जो 1965 में शुरु होती है। पुस्तक के बारे विस्तृत चर्चा करते हुए लेखक संजय पति तिवारी ने कहा कि ललिता जी लाल बहादुर शास्त्री के अंदाज में अपने जीवन के अंतिम सांस तक जीती रही। ललिता जी के अपने छह बच्चों के भरेपूरे परिवार को बांध कर चलने में कामयाब रही जिसकी मिसाल दी जाती है। पुस्तक में कई संदर्भों की चर्चा है जिसकी अब तक खुलासा नहीं हुआ था। उनपर विस्तार से चर्चा 200 से अधिक कहानियां का संकल्प उभरकर आया है। जो अब तक पूरी तरह से अप्रसारित व अप्रकाशित रही है। इस पुस्तक को पढ़ने के साथ ही आंखों के सामने गांवों के परिदृश्य घुमने लगता है साथ ही ललिता जी के जीवन के दर्द की कहानी भी। लोकार्पण समारोह में विभिन्न पत्रिकाओं और अखबारों के वरिष्ठ संपादक और संवाददाता उपस्थित थे।