मयंक अग्रवाल का धमाका, चयन को सही साबित किया

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सिडनी:
मयंक अग्रवाल ने आस्ट्रेलिया में धमाका कर दिया है। मयंक अग्रवाल को पृथ्वी शॉ के चोट से नहीं उबर पाने के कारण टीम में शामिल होने का मौका मिला। मेलबर्न में डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल ने अपनी पहली टेस्ट पारी में 76 और दूसरी में 42 रन बनाए। इसके बाद सिडनी में पहली पारी में उन्होंने 77 रन का पारी खेली। इस तरह टेस्ट करियर की तीन पारियों में उन्होंने 195 रन जोड़कर अन्य बल्लेबाजों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने ये रन 65 की औसत से बनाए जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ अन्य ओपनर्स ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कुल 11 पारियों में कुल 127 रन जोड़ सके। 11 पारियों में वो कुल 127 रन बना सके। जिसमें एक भी अर्धशतकीय पारी शामिल नहीं है।

दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में गुरुवार से शुरू हुआ सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। विराट कोहली ने रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में एक बार फिर केएल राहुल को मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करने का मौका दिया। जो शुरुआती दो टेस्ट मैचों में मुरली विजय के साथ बुरी तरह नाकाम रहे थे। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने मेलबर्न में खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट में कड़ा निर्णय लेते हुए मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी के साथ पारी की शुरुआत करने बड़ा निर्णय ले लिया। भले ही ये नई जोड़ी टीम इंडिया को रनों के लिहाज से बड़ी शुरुआत देने में नाकाम रही लेकिन ओवरों के लिहाज से इस जोड़ी अच्छी शुरुआत देने में सफल हुई। ऐसे में डेब्यूटेंट मयंक अग्रवाल ने 76 रन की पारी के साथ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की और दूसरी पारी में 42 रन बनाकर टीम में अपनी जगह पक्की कर ली।

सिडनी टेस्ट से पहले रोहित शर्मा के पिता बनने के बाद स्वदेश लौटने की वजह से टीम के सामने एक बार फिर परेशानी खड़ी हो गई। मैनेजमेंट को छठवें नंबर पर बैट्समैन के साथ-साथ एक बार फिर ओपनर की तलाश थी। ऐसे में एक बार फिर राहुल पर दांव लगाने का फैसला किया गया। कर्नाटक के अपने साथी मयंक के साथ पारी की शुरुआत करने आए राहुल ने फिर निराश किया। 9 गेंद पर 6 रन की पारी खेलने के बाद पारी के दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर ऑफ साइड की गेंद के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश में स्लिप पर मार्श के हाथों लपके गए। पिछली दस टेस्ट पारियों में राहुल के बल्ले से 37, 149, 0, 4,33*,2,44,2,0,9 रन निकले हैं। उनके बल्ले से आखिरी बड़ी पारी इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में आई थी। उस मैच में उन्होंने 149 रन की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा दौरे में उनका सर्वाधिक स्कोर 44 रन रहा है जो कि एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में आई थी।