मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से डायलिसिस यूनिट का किया उद्घाटन
बांका, 22 सितंबर
जिले के किडनी रोगियों को डायलिसिस कराने के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन किया. पहले दिन 2 मरीजों का डायलिसिस भी किया गया.
सिविल सर्जन सुधीर कुमार महतो ने बताया पहले सिर्फ सामान्य किडनी मरीजों का ही यहां पर डायलिसिस हो पाता था, लेकिन अब हेपेटाइटिस, कोरोना और एचआईवी के संक्रमित मरीजों का भी यहां पर डायलिसिस होगा. यूनिट का उद्घाटन हो जाने से जिले के किडनी रोगियों को बहुत ही राहत मिलेगी.
स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया है प्रशिक्षित: मालूम हो कि सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट के उद्घाटन से पहले स्वास्थ्यकर्मियों प्रशिक्षित किया जा चुका है. सभी स्वास्थ्यकर्मियों को डायलिसिस करने के तरीके बताए गए हैं. कर्मियों की ड्यूटी को लेकर रोस्टर भी जारी कर दिया गया है. किस दिन किन स्वास्थ्य कर्मी की ड्यूटी है, यह तय कर दिया गया है.
2.23 करोड़ की लागत से इंस्टॉल की गई है पांच मशीन: अस्पताल के मैनेजर अमरेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल की डायलिसिस यूनिट में हैदराबाद से अत्याधुनिक मशीन मंगवा कर इंस्टॉल की गई है. मशीन पर 2.23 करोड़ रुपए की लागत आई है. इन मशीनों पर कोरोना संक्रमित, एचआईवी और हेपेटाइटिस बी के मरीजों का भी डायलिसिस होगा. मशीन पूरी तरह से फूल प्रूफ है. इससे किसी भी तरह का कोई संक्रमण का खतरा किसी मरीज पर नहीं है.
सदर अस्पताल में पहले दो मशीन थी इंस्टॉल: अस्पताल प्रबंधक अमरेश कुमार ने बताया सदर अस्पताल में पहले से ही दो डायलिसिस मशीन इंस्टॉल थी. उस पर सिर्फ सामान्य मरीजों का ही डायलिसिस किया जाता था. कोरोना, हेपेटाइटिस बी और एचआईवी के मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए भागलपुर या फिर पटना जाना पड़ता था, लेकिन सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन हो जाने से अब उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
शारीरिक दूरी का रखा जा रहा है ख्याल: कोरोना को लेकर डायलिसिस यूनिट में पूरी सतर्कता बरती जा रही है. इलाज के दौरान 6 मीटर की दूरी बनाकर सभी लोग रह रहे हैं. साथ ही स्वास्थ्यकर्मी मरीज व अन्य सभी लोग मास्क और ग्लब्स पहनकर ही यूनिट में जा रहे हैं. यूनिट में किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा नहीं है