शारीरिक दूरी का रखा गया खास ख्याल
गर्भावस्था में अच्छे पोषण पर दी गयी जानकारी
आखिरी दिनों में बेहतर पोषण शिशु के स्वस्थ के लिए जरुरी
लखीसराय / 10 अगस्त : कोरोना संकट के बीच जिले के सभी प्रखंड में गोदभराई की रस्म का आयोजन किया गया. इस बिधिवत रस्म का शुभारंभ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडएस, कुमारी अनुपमा सिन्हा ने हलसी प्रखण्ड के आंगनवाड़ी संख्या 13 तथा 5 में लाभार्थी के घर जा कर की. इस दौरान सात से नौ महीने की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की गयी. गर्भवती महिलाओं व बच्चों के देखभाल को लेकर कई जानकारी भी दी गयी. गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक भोजन की जरूरत सहित कोरोना के लक्षण व उससे बचाव के बारे में जानकारी दी गयी.
उत्सवी माहौल में की गयी गोदभराई : शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं को लाल चुनरी ओढा कर एवं माथे पर लाल टीका लगा कार्यक्रम की शुरुआत हुई. महिलाओं को विभिन्न व्यंजनों में शामिल सतरंगी फल, सूखे मेवे भी भेंट की गयी. इस दौरान पोषक आहार में फल और मेवे का वितरण हुआ. साथ ही गर्भावस्था के दौरान पोषक आहार सेवन के विषय में गर्भवतियों को भी जागरूक किया गया.
गर्भावस्था में अच्छे पोषण पर दी गयी जानकारी: जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडएस कुमारी अनुपमा सिन्हा ने बताया, गर्भवती महिलाओ को गर्भावस्था मे खान-पान का हमेशा ध्यान रखना चाहिये. रोज हरे साग –सब्जी , मूँग का दाल एवं अगर महिला मांसाहारी हो तो अंडे के साथ मछ्ली का प्रयोग सप्ताह मे दो से तीन बार जरूर करना चाहिये. इस दौरान वसा की भी जरूरत होती है. इसके लिए महिलाओं को चिकनाई पूर्ण खाद्य पदार्थों का सेवन जरुर करना चाहिए. सुरक्षित प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में ही प्रसव कराना चाहिए. इसके लिए गाँव की आशा से नियमित सलाह भी गर्भवती महिलाओं को लेते रहना चाहिए ताकि गर्भ के आखिरी दिनों में किसी संभावित जटिलता से बचा जा सके.
आखिरी महीनों में जरुरी है बेहतर पोषण: गर्भ के आखिरी महीनों में शरीर को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है.इस दौरान आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा की भी मात्रा होना जरुरी होता है. इसके लिए समेकित बाल विकास योजना के अंतर्गत आंगनवाडी केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं को साप्ताहिक पुष्टाहार भी वितरित किया जाता है. इसके साथ महिलाएं अपने घर में आसानी से उपलब्ध भोज्य पदार्थों के सेवन से भी अपने पोषण का ख्याल आसानी से रख सकती हैं. हरी साग-सब्जी, सतरंगी फल, दाल, सूखे मेवे एवं दूध के सेवन से आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति आसानी से की जा सकती है.
गरभती महिलाओं को कोरोना से बचाव की दी गयी जानकारी: लखीसराय सदर की बाल –विकास पदाधिकारी आभा कुमारी ने बताया कोविड -19 के संक्रमण से बचाव करते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन पूरे जिला मे किया गया है. कार्यकर्म में शामिल हुई महिलाओं को गोदभराई के साथ –साथ कोविड -19 से बचाव एवं जागरूकता के बारे में भी बताया गया। कार्यकर्म में आई हुई महिलाओं को 40 सकेंड तक हाथ –सफाई के साथ बाहर निकालने पर मास्क का उपयोग तथा 6 फीट की दूरी का हमेशा पालन करने के लिए भी बताया गया ।