प्राचार्य और अधीक्षक के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया फैसला
2 दिन पहले अस्पताल में मरीजों के लिए शुरू हुई है इंडोर सेवा
भागलपुर, 9 अक्टूबर।
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में इंडोर के बाद अब ओपीडी सेवा भी 12 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। इसे लेकर प्राचार्य डॉ हेमंत कुमार सिन्हा और अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने एक बैठक की। बैठक में कई विभाग के अध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू होने के बाद आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की गई। साथ ही उससे निपटने के उपायों पर बात हुई।
ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों की पहले कोरोना जांच होगी
अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया कि जेएलएनएमसीएच में प्रतिदिन 2,000 से अधिक मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों के आने के बाद कोरोना संक्रमण नहीं हो, इसे लेकर क्या तैयारी होनी चाहिए इस पर चर्चा की गयी। बैठक में तय हुआ कि ओपीडी में आने वाले सभी मरीजों की पहले कोरोना जांच होगी। उसके बाद उनका इलाज शुरू किया जाएगा। अगर मरीज की स्थिति गंभीर हुई तो उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया जाएगा। वहीं सामान्य स्थिति रहने पर ओपीडी में इलाज किया जाएगा। इसे लेकर सभी विभाग के अध्यक्षों को तैयारी करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
ओपीडी को कराया जा रहा है सैनिटाइज:
अस्पताल अधीक्षक डॉ भगत ने कहा कि अस्पताल के ओपीडी को सैनिटाइज कराया जा रहा है। साथ में दो बेड के बीच में दूरी भी मेंटेन किया जा रहा है। कोरोना का संक्रमण मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों में नहीं हो, इसे लेकर हर तरह की सतर्कता बरती जा रही है।
ओपीडी में इलाज कराने वालों को मास्क और ग्लव्स पहनना जरूरी:
अधीक्षक ने कहा कि ओपीडी में इलाज कराने आने वाले हर मरीज को मास्क पहनना जरूरी है। साथ ही ग्लव्स भी पहन कर आना होगा। उनके साथ आने वाले परिजनों को भी ऐसा करना होगा। इसके लिए ओपीडी के बाहर पर्याप्त मात्रा में मास्क की व्यवस्था की जाएगी। ओपीडी के बाहर हाथ धोने के लिए व्यवस्था की जाएगी। साथ ही ओपीडी में घुसने से पहले हाथों को सैनिटाइज भी कराया जाएगा। इसके बाद सामान्य मरीजों का ओपीडी में इलाज शुरू होगा।
अभी इंडोर में नियमों का कराया जा रहा है पालन:
डॉ भगत ने कहा कि अभी इंडोर में इलाजरत मरीजों से इन नियमों का पालन करवाया जा रहा है। उनका इलाज करने वाले स्वास्थ्य कर्मी भी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। इंडोर में आसपास के जिलों समेत झारखंड के भी कई जिलों से लोग इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। साथ ही कोसी- सीमांचल के भी मरीज यहां इलाज कराने के लिए आते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने जारी किया है निर्देश:
मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद जेएलएनएमसीएच में 7 अक्टूबर से इंडोर सेवा शुरू हुई है। अब ओपीडी सेवा शुरू करने की कवायद चल रही है। 5 अप्रैल को जेएलएनएमसीएच को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज बंद हो गया था। सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा था, लेकिन अब यहां पर सामान्य मरीजों का भी इलाज शुरू हो गया है। इसे लेकर प्राचार्य और अधीक्षक ने एक बैठक की। बैठक में कई विभाग के अध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू होने के बाद आने वाली चुनौतियों व उससे निपटने के उपायों पर भी बात हुई।