गर्भनिरोधक साधनों से 44 प्रतिशत तक मातृ मृत्यु दर में कमी संभव

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जिला में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने ​इस दिशा में हो रहे प्रयास
लखीसराय / 9 जुलाई: स्वास्थ्य विभाग द्वारा मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. मातृ मृत्यु दर में कमी सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देकर ही लाया जा सकता है. सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने में चार स्तंभों की मुख्य भूमिका में प्रसवपूर्व जाँच, सुरक्षित प्रसव एवं प्रसव उपरांत देखभाल के अलावा गर्भनिरोधक साधन भी एक प्रमुख स्तंभ के रूप में शामिल है.
गर्भनिरोधक साधनों से 44 प्रतिशत तक मातृ मृत्यु दर में कमी संभव:
लैंसेट की एक रिपोर्ट के अनुसार गर्भनिरोधक साधनों के इस्तेमाल से मातृ मृत्यु दर में 44 प्रतिशत तक कमी लायी जा सकती है. डिपार्टमेंट ऑफ़ पापुलेशन, फैमिली एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ ऑफ़ पब्लिक हेल्थ जॉन होपकिंस यूनिवर्सिटी के हालिया रिपोर्ट में इस बात की चर्चा है कि प्रत्येक वर्ष कुल मातृ मृत्यु दर में 13 प्रतिशत असुरक्षित गर्भपात की भूमिका होती है. 19 वर्ष से कम आयु की महिलाओं में गर्भधारण को को रोक कर मातृ मृत्यु दर में 34 प्रतिशत तक की कमी लायी जा सकती है. गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से प्रति वर्ष लगभग 23 करोड़ नए जन्मों में कमी होगी.
बिहार का प्रजनन दर 3.2 से 2.1 करने का लक्ष्य:
सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार बिहार की कुल प्रजनन दर 3.2 है. मिशन विकास परिवार के तहत वर्ष 2025 तक बिहार के प्रजनन दर को 2.1 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. यह लक्ष्य नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया, सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नवदंपति के लिए नयी पहेली किट एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों आदि ये प्राप्त किया जा सकता है.
अनमेट नीड में कमी जरुरी:.
 अनमेट नीड वह स्थिति होती है जिसमें दो बच्चों में अंतराल एवं शादी के बाद पहले बच्चे के जन्म में अंतराल रखने की सोच के बाद भी महिलाएं परिवार नियोजन साधनों का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विकासशील देशों में 21 करोड़ से अधिक महिलाएं अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाना चाहती हैं लेकिन उनकी पहुंच गर्भनिरोधक साधनों तक नहीं है. परिवार नियोजन के प्रति पुरुषों की उदासीनता, सटीक गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी नहीं होना,परिवार के सदस्यों या अन्य नजदीकी लोगों द्वारा गर्भनिरोधक का विरोध, साधनों के साइड इफैक्ट को लेकर भ्रांतियाँ ,परिवार नियोजन के प्रति सामाजिक एवं पारिवारिक प्रथाएँ एवं मांग के अनुरूप साधनों की आपूर्ति में कमी अनमेट नीड’ के कारण होते हैं.
इन कारणों के लिए हो गर्भनिरोध का इस्तेमाल:
-मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी
-प्रजनन संबंधित स्वास्थ्य जटिलताओं से बचाव
-अनचाहे गर्भ से मुक्ति
-एचआईवी-एड्स संक्रमण से बचाव
-किशोरावस्था गर्भधारण में कमी
जनसंख्या स्थिरीकरण में सहायक