वर्तमान शीतकालीन सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाने को लेकर विपक्ष ने एतराज जताया है। विपक्ष के नेता ससंद में प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस, एनसीपी, वामदल, द्रमुक, सपा और दूसरे विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि उनको जानकारी दिए बिना राज्यसभा की कार्यवाही बढ़ाई गई है जो कि गलत है। राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर को शुरू हुआ था और 8 जनवरी को खत्म होने वाला था। राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाकर 9 जनवरी तक कर दी गई है। बताया गया है कि सवर्णों को आरक्षण के लिए प्रस्तावित विधेयक पेश के लिए राज्यसभा की कार्यवाही में एक दिन का विस्तार किया गया है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सरकार के अनुरोध पर सहमति जताकर उच्च सदन की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाई। मोदी सरकार ने सवर्णों को आर्थिक आधार पर सरकारी नौकरी और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। सरकार ये विधेयक मंगलवार को लोकसभा में और बुधवार को राज्यसभा में लाने की तैयारी में है।