नयी दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में सांसदों से सहयोग की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह विभिन्न दलों के नेताओं से इस विषय पर अलग अलग बातचीत करेंगी। सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘‘17 जुलाई को सभी दलों के नेताओं की बैठक होगी। इस दौरान मैं कोशिश करूंगी कि अगले दो..तीन दिनों जितने भी दलों से हो सके, अलग अलग बातचीत करूं। ’’ उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित सभी दलों के नेताओं से सहयोग मांगा जाए। सदन के कामकाज में कौन सा विषय लेना है, कब लेना है… यह कार्य मंत्रणा समिति :बीएसी: में तय हो होगा लेकिन सदन का काम ठप नहीं होना चाहिए। ‘‘विभिन्न दलों से अलग अलग बातचीत के दौरान मैं इस बारे में कोई रास्ता निकालने का प्रयास करूंगी।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में शोर शराबे के कारण कामकाज ठप होता है, तब सदस्य अपने क्षेत्र की बात नहीं रख पाते हैं। जबकि एक जनप्रतिनिधि के तौर पर सदस्यों का कर्तव्य होता है कि वे जनता के विषयों को नियमों के तहत सदन में रखें। सदन में शोर शराबे के संदर्भ में सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘‘बाहर के देशों में इससे देश की छवि बिगड़ती है। यह इतने बड़े लोकतांत्रिक देश की अच्छी तस्वीर पेश नहीं करता।’’ स्पीकर ने कहा कि उन्होंने इस बारे में सदस्यों को पत्र लिखकर आग्रह भी किया है। उल्लेखनीय है कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है और 10 अगस्त तक चलेगा। प्रश्नकाल स्थगित कर विषयों को उठाने संबंधी कार्यस्थगन प्रस्ताव की बढ़ती संख्या के बारे में पूछने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इसके बारे में नियम है, ऐसे विषय शून्यकाल में लिये जाते है। सभी नियम जानते हैं। ये नियम मैंने नहीं बनाये हैं, पहले से चले आ रहे हैं। अगर रोज किसी न किसी विषय को लेकर प्रश्नकाल स्थगित होगा, तब प्रश्नकाल का मतलब क्या रह जायेगा।’’