-कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाऐ त्यौहार
-संक्रमण से बचाव के लिए सतर्कता जरूरी, नहीं तो बढ़ सकती है परेशानी
मुंगेर, 06 अक्टूबर, 2020
इस माह से त्यौहारों का दौर शुरू होगा जिसका शुभारंभ दुर्गा पूजा के साथ होगा। दुर्गा पूजा पूरे प्रदेश में शहर से लेकर गाँव तक हर छोटे-बड़े इलाकों में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। नौ दिनों तक लोग माँ दुर्गा की आराधना में सारवोर रहते हैं। किन्तु, इसबार कोविड -19 संक्रमण के कारण पहली बार पूजा के दौरान हर गतिविधियाँ बदली-बदली सी नजर आएगी। दरअसल, वर्तमान में कोविड-19 का दौर चल रहा है। इससे बचाव के लिए लोगों को जहाँ एक तरफ आस्था के विधि-विधान का पालन करना है। वहीं, दूसरी ओर कोविड-19 के गाइडलाइन का भी पालन करना होगा। जो लोगों के लिए एक चुनौती भी होगी।
कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाऐ त्यौहार
जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ के पुरोषत्तम ने कहा कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को दोनों चुनौतियों को स्वीकार भी करना होगा। नहीं तो थोड़ी सी लापरवाही भी बड़ी मुसीबत खड़ा कर सकती है। इसलिए, कोविड-19 के गाइडलाइन पालन करते हुए त्यौहार मनाऐं। त्यौहारों के दौरान शारीरिक-दूरी बनाऐ रखें। मास्क, हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करें। पूजा स्थल पर भीड़ नहीं लगाऐं। कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए त्योहार संपन्न कराने में प्रशासन का सहयोग करें।
खुद के साथ दूसरों को भी करें जागरूक
पूजा-त्यौहार के दौरान कोविड-19 के तमाम जारी गाइडलाइन का खुद भी पालन करें और दूसरों को जागरूक करें। दरअसल, जब सामुदायिक स्तर पर लोग गाइडलाइन का पालन करेंगे तभी संक्रमण का खतरा उत्पन्न नहीं होगा। इसलिए, संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। वर्ना, थोड़ी सी भी लापरवाही बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है।
पूजा स्थल परिसर में रहें विशेष सतर्क
पूजा स्थल परिसर में लोगों की भीड़ होने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए पूजा स्थल विशेष सतर्क रहने की जरूरत है और लोगों भी सतर्कता से प्रेरित करने की आवश्यकता है। पूजा स्थल परिसर में खासकर मास्क, शारीरिक-दूरी, सेनेटाइजर का अनिवार्य रूप से पालन करें। साथ ही पूजा के दौरान एक-दूसरे का सहयोग करें। ताकि शारीरिक-दूरी की कड़ी बनी रहे और हर लोग गाइडलाइन का पालन करे।
प्रशासनिक स्तर भी की जा रही है पहल
पूजा-त्यौहार के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन कराने के लिए प्रशासनिक स्तर से भी हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। ताकि संक्रमण का खतरा उत्पन्न नहीं हो। इसे सफल बनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करना जरूरी है।