आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन : स्वास्थ्य कर्मियों व एनसीडी क्लीनिक के मरीजों की बनेगी डिजिटल आईडी

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– आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों को मिलेगी नि:शुल्क चिकित्सीय सुविधा
– कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया आवश्यक दिशा निर्देश
मुंगेर, 15 जनवरी-
राज्य सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधारों और अच्छी व्यवस्था के लिए कई तरह की योजनाएं लागू की हैं। ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सके। इसके लिए सरकार की ओर से लगातार नई घोषणाएं की जा रही हैं। सरकार के नए दिशा निर्देश के अनुसार अब आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य कर्मियों व एनसीडी क्लीनिक में इलाजरत मरीजों की डिजिटल आईडी बनाई जाएगी। प्रखंड स्तर पर सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक की डिजिटल आईडी बनाई गई है। वहीं अब प्रत्येक सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के सभी कर्मियों की भी डिजिटल आईडी बनाई जाएगी । इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा http://facility.abdm.gov.in पर पंजीयन किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल किर्यान्वयन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा राज्य के सभी जिला के मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है। आने वाले दिनों में जिला स्तर से प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक को नोडल ऑफिसर एवं जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को जिला वेरिफायर बनाया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने भी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है।
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन अंतर्गत रोगी को एक आईडी कार्ड दी जाएगी। जिस पर उसका सारा मेडिकल डाटा डिजिटल स्टोर होगा। जैसे कि उसके इलाज, डिस्चार्ज,ब्लड ग्रुप, रिपोर्ट्स , डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन और दवाइयों से संबंधित जानकारी आदि होगी। डिजिटल हेल्थ कार्ड 14 डिजिट की होगी। इस कार्ड पर एक यूनिक क्यूआर कोड होगा। योजना के तहत लाभार्थियों के आलावा डॉक्टर, सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल, क्लीनिक, डिस्पेंसरी आदि सबको जोड़ा जायेगा। बिना यूज़र की जानकारी के डिटेल्स नहीं देखी जा सकती है। उनके पास पासवर्ड और ओटीपी होना चाहिए। मरीज को अपना इलाज करवाने के लिए पुर्जा/ रिपोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीज का सारा डाटा इस हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर होगा और हेल्थ आईडी के माध्यम से डॉक्टर मरीज का सारा डाटा देख पाएंगे। इस योजना के अंतर्गत अस्पताल क्लीनिक तथा डॉक्टर सभी एक केंद्रीय सरवर से जुड़े होंगे। इस योजना के अंतर्गत हेल्थ आईडी कार्ड लेने वाले नागरिकों को एक यूनिक आईडी दी जाएगी जिसके माध्यम से वह सिस्टम में लॉगिन कर सकेंगे।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य  :
 – स्वास्थ्य सुविधाओं को कुशल बनाना।
 – सभी नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना।
– नागरिकों के स्वास्थ्य डेटाबेस को गोपनीय रखना।
– डेटाबेस को समय पर उपलब्ध करवाना।
– हेल्थ केयर सुविधाओं को सुलभ बनाना।
क्या है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन ?
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत देश के डिजिटल स्वास्थ्य ढांचे को एकत्रित किए जाने का एक प्रयास है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत सरकार द्वारा कई ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जिसके माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार आए। हेल्थ आईडी कार्ड भी नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का एक हिस्सा है। जिसके माध्यम से सभी मरीज का स्वास्थ्य संबंधित डाटा इस आईडी कार्ड में डिजिटल स्टोर किया जाएगा।