– सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करा पीकेडीएल को दी मात
– बेलदौर पीएचसी के पचौत पंचायत के पचौत पुनर्वास टोले की आशा कार्यकर्ता शान्ति देवी का प्रयास लाया रंग
खगड़िया, 18 मई-
जिले में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए बेलदौर पीएचसी के पचौत पंचायत के पचौत पुनर्वास टोले की आशा कार्यकर्ता शान्ति देवी अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर है। वह अपने पोषक क्षेत्र में ना सिर्फ घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया और कालाजार से बचाव के लिए जागरूक कर रही बल्कि, जरूरतमंदों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध कराने में मदद कर रही हैं । आशा की इस सकारात्मक पहल का परिणाम यह है कि इसी क्षेत्र का एक युवक पीकेडीएल (चमरा वाला कालाजार) जैसी बीमारी को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में समुचित इलाज करा कर मात देने में सफल रहा। यह सब आशा कार्यकर्ता के सकारात्मक प्रयास और बीमारी की शुरुआती दौर में ही पहचान होने से संभव हुआ। पीड़ित युवक इसी गाँव निवासी धर्मेंद्र साह आज सामान्य लोगों की तरह वह भी पूरी तरह स्वस्थ्य है।
– गृह भ्रमण के दौरान मिला युवक, कराया समुचित इलाज :
आशा कार्यकर्ता शान्ति देवी ने बताया, बीते वर्ष 20 सितम्बर से जिले के साथ-साथ मेरे प्रखंड में फाइलेरिया से बचाव के एमडीए अभियान की शुरुआत हुई थी। जिसके बाद अन्य आशा कार्यकर्ता की तरह मैं भी अपने पोषक क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को दवाई के सेवन के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ खुद के सामने में लोगों को दवाई का सेवन भी करा रही थी। इसी दौरान मुझे धर्मेन्द्र कुमार को देखने से लगा कि यह पीकेडीएल संक्रमित है। जिसके बाद मैंने स्थानीय पीएचसी समेत केटीएस और केयर इंडिया की टीम को सूचना दी और फिर अगले दिन केटीएस एवं केयर इंडिया के प्रखंड समन्वयक के साथ युवक के घर जाकर उनका स्वास्थ्य अवलोकन किया। इसके बाद स्थानीय पीएचसी में जाँच करने के बाद पीकेडीएल संक्रमित होने की बात सामने आई। इसके बाद मैंने अपनी देखरेख में युवक का स्थानीय सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज शुरू करवाया । जिसका परिणाम यह है कि आज युवक अन्य लोगों की तरह पूरी तरह स्वस्थ्य है।
– आशा कार्यकर्ता के सकारात्मक प्रयास और शुरुआती दौर में ही बीमारी की पहचान होने से पीकेडीएल को मात देने में सफल रहा किशोर :
केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती एवं बेलदौर पीएचसी के प्रखंड समन्वयक नवीन गुप्ता ने बताया, आशा कार्यकर्ता के सकारात्मक प्रयास और शुरुआत दौर में बीमारी की पहचान होने से पीड़ित पीड़ित युवक पीकेडीएल जैसी बीमारी को मात देने में सफल रहा। इसलिए, मैं तमाम लोगों से अपील करता हूँ कि लक्षण महसूस होने पर लापरवाही नहीं, बल्कि शुरुआती दौर में ही समय पर इलाज शुरू करें। क्योंकि, समय पर इलाज शुरू होने से बीमारी को आसानी के साथ मात देना संभव है।
– आशा कार्यकर्ता के प्रयास से आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूँ :
पीड़ित युवक ने बताया, आशा कार्यकर्ता के प्रयास से ही आज मैं अन्य लोगों की तरह पूरी तरह स्वस्थ्य हूँ। आशा दीदी ने ना सिर्फ मुझे सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध कराई बल्कि, घर से लेकर अस्पताल तक इलाज के दौरान साथ में खड़ी भी रही। इस कार्य के लिए मेरा पूरा परिवार आशा दीदी का आभारी है।