अगले चुनाव में नए चेहरों को चाहेगी जनता-तंवर
नारनौल-
अपना भारत मोर्चा के संयोजक डा. अशोक तंवर ने कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस पार्टी के पतन के लिए कोई और नहीं, बल्कि इसी के नेतागण ही हैं। वे चाहे जी-23 हों या फिर कोई अन्य। किसान आंदोलन को भुनाना चाहते हैं पर एक भी दिन किसानों के साथ उन्होंने सड़क पर रात नहीं बिताई है। अशोक तंवर रविवार को नारनौल में अपना भारत मोर्चा के महेंद्रगढ़ जिला स्तरीय कार्यालय का उदघाटन करने आए हुए थे। उन्होंने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश में मिलीभगत की राजनीति चल रही है। कांग्रेस के कथित बड़े नेता भाजपा के साथ मिलकर अपने बेटे को राज्य सभा में पहुंचा देते हैं। कमजोर विपक्ष होने की वजह से सरकार तानाशाही नीतियां अपनाने लगी है। इसीलिए एबीएम (अपना भारत मोर्चा) प्रदेश व देश की जनता के लिए नया विकल्प लेकर आया है। उन्होंने दावा किया कि 2024 के चुनाव में पुराने राजनेता गायब हो जाएंगे और दिल्ली की तरह हरियाणा में नए चेहरों को जनता आगे लाने का कार्य करेगी। जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अशोक तंवर ने कहा कि उनका मोर्चा नए नौजवानों को नेतृत्व देने का कार्य करेगा, जो समाजसेवा तो कर रहे हैं पर राजनीति में उन्हें मौका नहीं मिल रहा है। एेसे समान विचारधारा के लोगों को मोर्चा के साथ जोड़ा जाएगा। एक अन्य सवाल के जवाब में तंवर ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर आ चुके हैं और वापिस जाने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है। कांग्रेस का देश में कैसा हाल हो चुका है, क्या यह बताने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी तो खुद भरी थाली को ठोकर मारने का कार्य करती है।
किसान आंदोलन को लेकर अशोक तंवर ने कहा कि पिछले नौ महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। करनाल में एक अधिकारी सरेआम किसानों का सिर फोड़ने की बात कहते हैं और कुछ देर बात पुलिस किसान का सिर फोड़ भी देती है। एेसे अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने लाठीचार्ज की भी निंदा की और कहा कि भाजपा सरकार को अब तो हठ छोड़ देना चाहिए और किसानों की बात मान लेनी चाहिए। पिछले दिनों प्रदेश में हरियाणा पुलिस का पेपर लीक होने के मुद्दे पर आरोप लगाया कि प्रदेश में हमेशा ही नौकरियां बिकती आई हैं। पेपर लीक करने वाले गिरोह को सरकार का संरक्षण प्राप्त रहा है। चाहे सत्ता किसी भी पार्टी की रही हो। अभी भी वहीं हो रहा है। नौकरियों में भारी भ्रष्टाचार हो रहा था, जिसका प्रमाण पेपर लीक प्रकरण से मिल चुका है। इसी तरह का संरक्षण माइनिंग माफिया को मिला हुआ है।इस अवसर पर एडवोकेट कुलदीप भरगड़ के अलावा काफी संख्या में अपना भारत मोर्चा के सदस्य मौजूद थे।