जमुई में लैब टेक्नीशियन का दो दिवसीय स्वास्थ्य प्रशिक्षण शुरू

52

 

– जमुई सहित लखीसराय और शेखपुरा के लैब टेक्नीशियन प्रशिक्षण में हुए शामिल
– मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दी हुई जानकारी

जमुई-

जमुई सदर अस्पताल में मंगलवार को लैब टेक्नीशियन का दो दिवसीय स्वास्थ्य प्रशिक्षण शुरू हो गया। जिसका समापन बुधवार को होगा। प्रशिक्षण का उद्घाटन सिविल सर्जन डाॅ कुमार महेंद्र प्रताप ने किया। स्वास्थ्य विभाग एवं फाइंड संस्था द्वारा आयोजित उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त डाॅ श्रीधन गणेशन एवं डाॅ मनीष कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मौजूद प्रतिभागियों को प्रशिक्षक द्वारा मरीजों की किस प्रकार स्वास्थ्य जाँच करनी (बेहतर डायग्नोसिस), बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सुविधा मुहैया कराने समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। साथ ही साथ अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को बेहतर तरीके से ख्याल रखने आदि की भी जानकारी दी गई। उक्त प्रशिक्षण में जमुई सहित लखीसराय और शेखपुरा के चार-चार लैब टेक्नीशियन शामिल हुए।

– प्रशिक्षण प्राप्त सभी प्रतिभागी अपने-अपने जिले के लैब टेक्नीशियनों को देंगे प्रशिक्षण :
सिविल सर्जन डाॅ कुमार महेंद्र प्रताप ने बताया, आयोजित प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सभी प्रतिभागियों को अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की जानकारी दी गई। इसके अलावा अपने जिले के सभी लैब टेक्नीशियनों को भी प्रशिक्षित करने की भी विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं, उन्होंने बताया, प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सभी प्रतिभागी अपने-अपने जिले में जाकर सभी लैब टेक्नीशियनों को प्रशिक्षित करेंगे। ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर व मजबूत बनाया जा सके एवं मरीजों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

– सभी प्रतिभागियों को दिया गया जाएगा प्रमाण-पत्र
प्रशिक्षक डाॅ श्रीधन गणेशन ने बताया, प्रशिक्षण के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा। यह प्रमाण-पत्र सिविल सर्जन के हाथों दिया जाएगा। जिसके पश्चात् सभी प्रतिभागी अपने-अपने जिला में मास्टर ट्रेनर का कार्य कर जिले के सभी लैब टेक्नीशियनों को प्रशिक्षित करेंगे। ताकि स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को मिलने वाली डायग्नोसिस की सुविधा और विकसित एवं मजबूत हो सके तथा मरीजों को सुविधाजनक तरीके से बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके। इससे ना सिर्फ स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत और विकसित होगी, बल्कि मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा।