डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए प्रत्येक रविवार को ड्राई डे मनाएं मुंगेरवासी : सिविल सर्जन

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– घर के एसी- कूलर, गमला सहित अन्य पात्रों में जमा पानी को अनिवार्य रूप से बदलें

– सदर अस्पताल में उपलब्ध है डेंगू और चिकनगुनिया की जांच और इलाज किमी निःशुल्क व्यवस्था

मुंगेर , 28 अक्टूबर। डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से बचाव के लिए प्रत्येक रविवार को ड्राई डे मनाएं मुंगेरवासी । उक्त बातें गुरुवार को डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने कही। उन्होंने बताया कि रविवार को छुट्टी का दिन होता है और अधिकांश नौकरीपेशा लोग अपने- अपने घरों में ही होते हैं। इसलिये आवश्यक है डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारी से बचाव के लिए सभी जिलावासी एक अभियान चलाकर प्रत्येक रविवार को ड्राई डे के रूप में मनाएं। इस दिन सभी लोग अपने – अपने घरों में एसी, कूलर ,गमला , फ्रिज, पानी टंकी, फूल दानी इत्यादि में जमा पानी को बदल दें ताकि वहां डेंगू और चिकनगुनिया को फैलाने वाले एडिस मच्छर पनपने न पाएं। इसके साथ ही अपने घर के पास जमा पानी, नालों का पानी और जमा कचरा की भी करें सफाई क्योंकि साफ जमा पानी में भी डेंगू और चिकनगुनिया का मच्छर पनपता है।

सदर अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध है डेंगू -चिकनगुनिया की जांच और इलाज की व्यवस्था :
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने मुंगेर वासियों से डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए प्रत्येक रविवार को ड्राई डे मनाने की अपील करते हुए बताया कि सदर अस्पताल मुंगेर में डेंगू और चिकनगुनिया की जांच के लिए किट और इलाज की निःशुल्क व्यवस्था उपलब्ध है। यदि किसी ब्यक्ति को डेंगू या चिकनगुनिया का थोड़ा भी लक्षण महसूस हो तो वो तत्काल सदर अस्पताल मुंगेर आकर अपनी जांच करवा लें और जांच में लक्षण पाए जाने पर यहीं इलाज भी करवाएं ताकि उनके बेहतर इलाज की सही समय पर सही रिपोर्टिंग हो सके। उन्होंने बताया कि जिला में यदि कहीं भी डेंगू या चिकनगुनिया का मरीज चिह्नित होता है तो उसके घर के 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मलाइथिऑन की फॉगिंग करायी जा रही है। इसके साथ ही उस क्षेत्र में नाला में जमा गंदा पानी में टीमोंफोस दवा का छिड़काव कराया जा रहा है ताकि वहां पनपने वाले एडिस मच्छर के लार्वा को मारा जा सके ।

उन्होंने बताया कि डेंगू या चिकनगुनिया के दौरान तेज बुखार होने पर कभी भी एस्प्रिन अथवा ब्रूफेन की गोली का इस्तेमाल नहीं करें। इसके लिए सिर्फ पारासिटामोल ही सुरक्षित दवा है।

डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण :
– तेज बुखार, बदन ,सर एवं जोड़ों में दर्द

– त्वचा पर लाल धब्बे/चकते का निशान

– नाक, मसूड़ों से उल्टी के साथ रक्त स्राव होना ।

बचने के उपाय :
– दिन में भी मच्छरदानी और मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।

– पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, घर एवं सभी कमरों को साफ-सुथरा एवम हवादार बनाए रखें।

– याद रखें हर रखें बुखार डेंगू नहीं है इसलिये बीमारी के लक्षण होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।

– डेंगू एवं चिकनगुनिया बुखार की स्थिति में सभी रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। समय पर सही उपचार कराने पर मरीज पूर्णतः स्वस्थ्य हो सकता है।