– प्रसूति महिलाओं को उपलब्ध कराई जाएगी समुचित और बेहतर सुविधा, संस्थागत प्रसव को मिलेगा बढ़ावा
– कोविड की संभावित चौथी लहर से निपटने को जाँच व वैक्सीनेशन अभियान पर चर्चा
खगड़िया, 28 अप्रैल-
जिले के परबत्ता पीएचसी में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाएं और सुदृढ़ और मजबूत होगी। साथ ही प्रसव कराने के लिए अस्पताल आने वाली प्रसूति महिलाओं को प्रसव के दौरान समुचित और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि सभी प्रसूति महिलाओं का सुरक्षित और सामान्य प्रसव सुनिश्चित हो सके और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा पीएचसी स्तर पर लोगों को मिलने वाली अन्य तमाम स्वास्थ्य सुविधाओं में भी सकारात्मक बदलाव होगा। इसको लेकर गुरुवार को पीएचसी परिसर में प्रखंड स्तरीय गुणवत्ता यकीन समिति की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें पीएचसी के सभी चिकित्सक, पदाधिकारी, कर्मी के साथ-साथ केयर इंडिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव रंजन एवं संचालन केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार ने किया। बैठक के दौरान प्रसव कक्ष में उपलब्ध सुविधाओं को विस्तारित करने, सुदृढ़ व मजबूत बनाने पर बल दिया गया। इसे सुनिश्चित करने को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने लेबर इंचार्ज समेत अन्य कर्मियों से फीडबैक ली। जिसके बाद आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही बैठक में मौजूद अन्य कर्मियों से भी अस्पताल में उपलब्ध अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
– सामुदायिक स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सरकार द्वारा चलाई जा रही है विभिन्न योजना :
पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव रंजन ने बताया, सामुदायिक स्तर पर लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसे सुनिश्चित कराने को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए तमाम योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। ताकि लोगों को सुविधाजनक तरीके से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके और सामुदायिक स्तर पर लोग स्वास्थ्य सुविधा से लाभान्वित हो सकें। वहीं, उन्होंने बताया, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसूति महिलाओं को प्रसव के दौरान समुचित और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके, इसको लेकर भी सरकार तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं। ताकि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसूति को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सेवा मिल सके और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल सके। इससे ना सिर्फ संस्थागत प्रसव को बल्कि, सुरक्षित और सामान्य प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा तथा मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम सुनिश्चित होगा। क्योंकि, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षा के हर मानकों का पालन के साथ प्रशिक्षित एएनएम द्वारा चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रसव कराया जाता है।
– कोविड की संभावित चौथी लहर से निपटने के लिए जाँच व वैक्सीनेशन अभियान तेज करने पर भी दिया गया बल :
केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन चंदन कुमार ने बताया, बैठक के दौरान कोविड की संभावित चौथी लहर से निपटने के लिए जाँच व वैक्सीनेशन अभियान तेज करने पर भी बल दिया गया। जिसमें वैक्सीनेशन से वंचित लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीनेट करने एवं लक्षण वाले व्यक्ति की जाँच सुनिश्चित कराने की चर्चा की गई। ताकि जल्द से जल्द शत-प्रतिशत लोग वैक्सीनेट हो सकें और चौथी लहर में भी लोग खुद इस घातक महामारी से सुरक्षित महसूस कर सकें।
– संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने पर भी दिया गया बल :
केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक गोपाल शर्मा ने बताया, बैठक के दौरान प्रसव कक्ष की सुविधा को और बेहतर बनाने, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने समेत अन्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने पर भी बल दिया गया। जिसमें मौजूद कर्मियों को गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए जागरूक करने एवं प्रसव के लिए सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाली प्रसूति महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने समेत अन्य आवश्यक निर्देश दिए गए। साथ ही अन्य सुविधाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिसके बाद आवश्यक निर्देश दिए गए।