-आंगनबाड़ी केंद्रों और उसके आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई की गई
-जिले के लोगों को उचित पोषण को लेकर जागरूक भी किया गया
बांका-
जिले में पोषण पखवाड़ा का आगाज 20 मार्च को हो चुका है। इसके तहत जिलेभर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सही पोषण से लेकर साफ-सफाई तक के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी सिलसिले में बुधवार को जिले में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। बुधवार को बिहार दिवस भी था। इस वजह से आंगनबाड़ी केंद्रों और उसके आसपास की जगहों की साफ-सफाई भी की गई। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका और एलएस ने घर-घर जाकर लोगों को पोषण को लेकर जागरूक किया। तीन साल तक के बच्चों के लिए सही पोषण क्या है और उसकी खुराक कैसे देनी है, इसकी जानकारी दी। इसके अलावा हाथों की सफाई और उसके महत्व के बारे में भी लोगों को बताया गया। लोगों को जानकारी दी गई कि हाथों की सफाई रखने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। अगर हम हाथों की सफाई करेंगे तो हमारा उन बीमारियों से बचाव होगा। इसलिए उचित पोषण के साथ-साथ हाथों की सफाई पर भी ध्यान रखें।
कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की हुई पहचानः दूसरी तरफ आंगनबाड़ी केंद्रों पर छह साल तक के बच्चों का वजन किया गया और उसकी लंबाई को मापा गया। इस दौरान जो बच्चा मानक से कम पाया गया, उसे उचित परामर्श दिया गया। साथ ही इस दौरान कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान भी की गई। पहचान के बाद बच्चे के परिजनों को इससे उबरने के तरीके बताए गए। इसके लिए पोषण पर जोर देने के लिए कहा गया। सही पोषण क्या हो, इसके बारे में भी परिजनों को बताया गया।
आज भी होंगे कई कार्यक्रमः आईसीडीएस की डीपीओ स्वाति कुमारी ने बताया कि पोषण पखवाड़ा के तहत जिले भर में कार्यक्रम हो रहे हैं। 3 अप्रैल तक जिले भर अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को सही पोषण और स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाएगा। बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई से लेकर बच्चों का वजन, उसे सही पोषण के लिए उचित परामर्श दिया गया। अब गुरुवार को आपदा प्रबंधन के तहत वार्ड स्तर पर गर्मी एवं लू से बचाव की जानकारी दी जाएगी। इसके इलाज को लेकर बैठक आयोजित कर और गृह भ्रमण कर जानकारी दी जाएगी। इसके साथ-साथ हाथ की सफाई, बच्चों के उचित खानपान और वृद्धि निगरानी के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।