-11 अप्रैल तक चले अभियान में 10545 बच्चों के टीकाकरण का था लक्ष्य
-अभियान के दौरान जिले के 10565 बच्चों का कराया गया टीकाकरण
भागलपुर, 12 अप्रैल-
12 तरह की बीमारियों से बचाव को लेकर मिशन इंद्रधनुष-4 अभियान के दूसरे चरण में 10,565 बच्चों का टीकाकरण किया गया, जबकि लक्ष्य 10,546 का ही था। सफलता का दर 100 प्रतिशत से अधिक रही। इसी तरह दूसरे चरण के अभियान के दौरान 2066 महिलाओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा था, जबकि 2069 महिलाओं का टीकाकरण किया गया। यहां भी सफलता 100 प्रतिशत से अधिक रही। जिले में चार से 11 अप्रैल तक मिशन इंद्रधनुष-4 अभियान का दूसरा चरण चलाया गया। इससे पहले सात से 13 मार्च तक मिशन इंद्रधनुष-4 अभियान के तहत पहला चरण चलाया गया था।, जिसमें 6834 बच्चों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया था और 7044 बच्चों का टीकाकरण किया गया । यानी कि लगभग 103 प्रतिशत टीकाकरण हुआ था। इसी तरह 1200 महिलाओं का टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था और 1261 महिलाओं का टीकाकरण किया गया था। यानी कि लक्ष्य के मुकाबले 105 प्रतिशत से भी अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया था।
सुरक्षित और सामान्य प्रसव को मिलता है बढ़ावाः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी है। इससे न केवल गंभीर बीमारी से बचाव होता बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलता है। बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होता है। इसलिए जिले के सभी लाभार्थियों की सूची बनाकर टीकाकरण किया गया। इसे लेकर एक और चरण चलेगा। उम्मीद है कि उसमें भी हमलोग बेहतर करेंगे। लोगों से मेरी अपील है कि जो लोग नियमित टीकाकरण नहीं करा पाएं हैं, वह दो मई से शुरू हो रहे तीसरे चरण के दौरान अपने नजदीकी शिविर स्थलों पर जाकर निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि इंद्रधनुष अभियान के माध्यम से टीका से छूटी हुई गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जागरूक कर प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है नियमित टीकाकरणः नियमित टीकाकरण का आयोजन जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है। इसके माध्यम से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहता है।
दो मई से शुरू होगा तीसरा राउंडः इंद्रधनुष अभियान के तहत दो मई से तीसरा राउंड शुरू होगा। पहला राउंड 07 से 13 मार्च तक हो चुका है और दूसरा 4 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक चला। जबकि तीसरा राउंड का 02 से 08 मई तक चलेगा। प्रत्येक राउंड में पूरे सप्ताह नियमित टीकाकरण का आयोजन किया जाएगा। सामुदायिक स्तर पर अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके, इसे लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।