मिशन इंद्रधनुष अभियान का आगाज, सीएस ने दवा पिलाकर की शुरुआत

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-10 अप्रैल तक चलेगा अभियान, -जिले के 10545 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य
-टाइफाइड और निमोनिया समेत 12 तरह की बीमारियों से बच्चों का करता है बचाव
भागलपुर, 4 अप्रैल-
टाइफाइड, निमोनिया समेत 12 तरह की बीमारियों से बचाव को लेकर सोमवार को मिशन इंद्रधनुष-4 अभियान का आगाज हो गया। यह अभियान का दूसरा चरण है। इससे पहले भी एक चरण हो चुका है। मोहद्दीनगर अरबन पीएचसी के तहत हरिजन टोला में सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बच्चों को दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी समेत कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि यह अभियान 10 अप्रैल तक चलेगा। नियमित टीकाकरण से वंचित 10545 बच्चों की सूची बना ली गई है। इन बच्चों को अभियान के तहत टीका लगाया जाएगा। इसे लेकर आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वह अपने क्षेत्र के छूटे हुए बच्चों की सूची बनाकर टीकाकरण करवाएं। घर-घर जाकर बच्चों को नजदीकी टीकाकरण केंद्र तक ले जाएं और उनका टीकाकरण कराएं। साथ ही लोगों से भी मेरी अपील है कि जिनके बच्चों को अब तक टीका नहीं लगाया जा सका है, वे अपने नजदीकी केंद्रों पर जाकर बच्चों को टीका लगवाएं।
सुरक्षित और सामान्य प्रसव को मिलता है बढ़ावाः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी है। इससे न केवल गंभीर बीमारी से बचाव होता है, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलता है। बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होता है। इसलिए जिले के सभी लाभार्थियों से कहना चाहता हूं कि जो नियमित टीकाकरण नहीं करा पाएं हैं, वह अपने नजदीकी शिविर स्थलों पर जाकर निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि इंद्रधनुष अभियान के माध्यम से टीका से छूटी हुई गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जागरूक कर प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है नियमित टीकाकरणः नियमित टीकाकरण का आयोजन जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है। इसके माध्यम से 2 वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहता है।
दो से शुरू होगा तीसरा राउंडः इंद्रधनुष अभियान के तहत दो मई से तीसरा राउंड शुरू होगा। पहला राउंड 07 से 13 मार्च तक हो चुका है और दूसरा सोमवार से शुरू हो चुका है, जो 10 अप्रैल तक चलेगा। जबकि तीसरा राउंड का 02 से 08 मई तक चलेगा। प्रत्येक राउंड में पूरे सप्ताह नियमित टीकाकरण का आयोजन किया जाएगा। सामुदायिक स्तर पर अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके, इसे लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।