लोगों को कोविड-19 से बचाने को लेकर घर-घर दस्तक दे रही हैं आशा कार्यकर्ता

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– नक्सल और सुदूर क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण के साथ-साथ कोरोना टीके एवं एचआईवी जाँच के लिए कर रही हैं प्रेरित
– दूसरे डोज दिलाने के लिए प्रबुद्ध लोगों का लेती हैं सहयोग
– नियमित अंतराल पर विभागीय कर्मियों से परामर्श सत्रों का कराती हैं आयोजन

जमुई, 9 दिसम्बर
जिले के नक्सल प्रभावित और सुदूर क्षेत्रों में बसने वाले लोगों के स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। विभाग की पहल पर आशा कार्यकर्ता इसमें अपनी महती भूमिका निभा रही हैं। इसके फलस्वरूप ग्रामीणों को मातृत्व शिशु स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य या कोविड से जीवन रक्षा में सुलभता हुई है।
रंजू , आशा कार्यकर्ता, हरनी गाँव, खैरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बताती हैं कोविड-19 दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अपने कार्य क्षेत्र के सभी लोगों के स्वास्थ्य के मुद्दों को समझाने में सफलता के साथ लगी हूँ। क्षेत्र के लाभार्थियों की जाँच और टीकाकरण की सूची तैयार करना, सामाजिक उत्प्रेरण और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रत्येक बुधवार और महीने के दूसरे शुक्रवार को नियमित टीकाकरण कराना हमारी जिम्मेवारी है। इन सब स्थितियों में समय के सही प्रबंधन के लिए विभाग से मिले प्रशिक्षणों का बखूबी उपयोग करती हूँ और समय-समय पर विभागीय कर्मियों से परामर्श सत्रों का आयोजन कराती हूँ । इसी का परिणाम है मेरे गाँव में अभी तक एक भी परिवार के किसी भी सदस्य की कोरोना संक्रमण से मृत्यु नहीं हुई है। कोविड-19 के दूसरे डोज के लिए गाँव के प्रभावी कुछ लोगों को समझाने हेतु सहयोग भी लेती हूँ।
इसी क्रम में आशा फैसिलिटेटर, संगीता देवी, अलीगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की कहती हैं हमारी टीम के द्वारा स्वच्छता के मानकों में मास्क की उपयोगिता, सामाजिक दूरी, साबुन से नियमित अंतराल पर हाथों को धोने के लिए दैनिक स्तर पर समझाने का कार्य किया जाता है। इसके साथ ही नियमित टीकाकरण, कोविड-19 जाँच की योजना बनायी जाती है और उसके कार्यरूप की मॉनिटरिंग निरंतर करती हूँ । उन्होंने बताया इस हालात में कार्य करना विशेष चुनौती तो है लेकिन उत्साह और कर्मठता से लक्ष्यों की प्राप्ति होती है।
मिता सरकार, आशा, बानपुर, खैरा कहती हैं हम तो महीने के प्रत्येक दिन स्वास्थ्य सेवाओं के साथ समुदाय में मौजूद रहते हैं। पिछले लॉकडाउन के समय से ही लाभार्थियों को संक्रमण से बचने के उपायों और समय-समय पर टीकाकरण, प्रसव पूर्व व पश्चात् जाँच, गृह भ्रमण में योगदान करती आ रही हूँ । इतना ही नहीं किशोर-किशोरियों को प्रजनन स्वास्थ्य और उनके अधिकारों के बारे में एएनम दीदी से चर्चा करवाती हूँ ।
इस संबंध में सोनो प्रखंड के स्वास्थ्य प्रबंधक जूही अलका ने कहा आशा कायकर्ताओं के कार्यों में निरंतर निखार आ रहा है । उनके प्रयास से स्वस्थ्य विभाग के हरेक क्षेत्र में सुधार हुआ है जो सरहनीय है। वे प्रशिक्षणों में बताये बिन्दुओं का पालन कर लोकस्वास्थ्य को बढ़ावा दे रहीं हैं ।
वहीं जिले के अवर मुख्या चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश प्रसाद कहते हैं आशा कार्यकर्ता कठोर परिश्रम से पोषण अनुरूप माहौल बनाने से लेकर मातृत्व शिशु स्वास्थ्य, किशोरावस्था स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम् भूमिका निभा रहीं हैं। उनके प्रयास से स्वास्थ्य विभाग के कार्यों को बल मिला है ।