– खगड़िया जिला के सदर प्रखंड के संसारपुर पंचायत में चल रहे जय बजरंग पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के शुरुआती तीन सदस्यों में से एक हैं हरे राम कुमार
– सन 2022 के जुलाई महीने में शुरू हुआ था जय बजरंग पेशेंट सपोर्ट ग्रुप
खगड़िया-
खगड़िया जिला अंतर्गत फाइलेरिया के मरीजों सहित अन्य लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए साफ- सफाई और योगाभ्यास के लिए जय बजरंग पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के मेंबर हरे राम कुमार लगातार प्रेरित कर रहे हैं। मालूम हो कि जुलाई 2022 में सदर प्रखंड के संसारपुर पंचायत में जय बजरंग के नाम से रोगी सहायता समूह (पेशेंट सपोर्ट ग्रुप) पीएसजी का गठन किया गया था। शुरुआत में फाइलेरिया के तीन मरीज हरे राम कुमार, कारी साव और क्रांति देवी ग्रुप के सक्रिय सदस्य बने । पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सहयोग से मरीजों को सदर पीएचसी खगड़िया से एमएमडीपी किट उपलब्ध करवायी गयी । जिसमें साफ- सफाई के लिए टब, मग, तौलिया, डिटॉल, लाइफबॉय साबुन, मलहम सहित कई आवश्यक सामग्री उपलब्ध थी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के फाइलेरिया विभाग में कार्यरत डॉक्टर और कर्मियों के द्वारा नियमित योगाभ्यास और व्यायाम करने की सलाह दी गई। हरे राम कुमार सहित दो अन्य फाइलेरिया रोगियों के द्वारा 4 से 5 महीने तक नियमित योगाभ्यास करने के बाद काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिला । इसके बाद पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सक्रिय सदस्य हरे राम कुमार संसारपुर पंचायत क्षेत्र में घर- घर जाकर फाइलेरिया के रोगी के साथ- साथ अन्य लोगों को भी फाइलेरिया कि बीमारी नहीं हो इसके लिए जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा वो एमडीए अभियान के दौरान साल में कम से कम एक बार फाइलेरिया की दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा के सेवन के लिए भी जागरूक करते हैं। इसके अलावा फाइलेरिया का कोई नया मरीज मिलने के बाद उनके साथ चलकर खगड़िया पीएचसी से एमएमडीपी किट दिलवाने के साथ फाइलेरिया की दवा भी दिलवाते हैं। इसके अलावा वो सभी लोगों को नियमित योगाभ्यास के लिए भी प्रेरित करते हैं। हरे राम कुमार के सक्रिय सहयोग से जय बजरंग पेशेंट सपोर्ट ग्रुप में सदस्यों की संख्या 3 से बढ़कर 7और फिर आज के समय में कुल 16 लोग लोग ग्रुप के सदस्य हैं।
उन्होंने बताया कि बताया कि उनके साथ अभी रामदेव मालाकार, क्रांति देवी, कुंडल राय, माधव जी, सुबोध राय, जामुन जी, राजेश साव ग्रुप के मेंबर के साथ- साथ फाइलेरिया के भी पेशेंट हैं। इनके अलावा दीपक जी और नीलम देवी फाइलेरिया के पेशेंट नहीं होते भी फाइलेरिया के रोगियों को जागरूक करने के लिए ग्रुप के मेंबर के रूप में कार्य कर रहे हैं।
फाइलेरिया से पीड़ित होने के बाद से लगातार योगाभ्यास कर रहे हैं–
उन्होंने बताया कि आज से लगभग पांच साल पहले वो खुद भी फाइलेरिया से पीड़ित हुए थे। उसके बाद से लगातार योगाभ्यास कर रहे हैं। इसके साथ ही वो शुरू से किसी भी तरह की परेशानी होने पर होमियोपैथी मेडिसिन का ही सेवन करते रहे हैं। बावजूद इसके वो सभी एमडीए अभियान के दौरान पूरे परिवार के साथ फाइलेरिया की दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा का सेवन करते हैं और अपने आसपास रहने वाले सभी लोगों को इसके लिए प्रेरित भी करते हैं।
उन्होंने बताया कि हमारी इच्छा है कि ग्रुप के सभी 16 सदस्यों को एक साथ सदर अस्पताल ले जाकर ट्रीटमेंट करवाया जाए ताकि सभी मरीजों का एक साथ ट्रीटमेंट संभव हो सके ।