-सभी प्रखंड के अस्पताल प्रभारी और बीसीएम और बीएचएम हुए शामिल
-परिवार नियोजन से संबंधित सामग्री ऑनलाइन लेने के बताए गए तरीके
भागलपुर, 30 अक्टूबर।
सदर अस्पताल में शनिवार को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों, बीसीएम और बीएचएम, स्टोरकीपर और डाटा ऑपरेटर को फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक इनफॉरमेशन सिस्टम (एफपीएलएमआईएस) का प्रशिक्षण दिया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण का शनिवार को पहला दिन था। रविवार को प्रशिक्षण का समापन होगा। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा और जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी भी पहुंचे। दोनों ने प्रशिक्षण ले रहे लोगों को सभी बारीकी को समझ कर क्षेत्र में बेहतर तरीके से काम करने के लिए कहा।
प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर केयर इंडिया के डीटीओ फैसिलिटी डॉ. राजेश कुमार मिश्रा, आलोक कुमार और डीएम एंड ई धनंजय कुमार ने दिया। प्रशिक्षण के दौरान सभी लोगों को परिवार नियोजन से संबंधित सामग्री को ऑनलाइन कैसे प्राप्त करना है, इसकी जानकारी दी गई। इंडेंट करने से लेकर रिसीव करने के तरीके प्रशिक्षण के दौरान बताए गए। कंडोम, कॉपर टी, अंतरा आदि सामग्री को ऑनलाइन प्राप्त करने की जानकारी प्रशिक्षण के दौरान दी गई। सामग्री प्राप्त कर क्षेत्र में इसका प्रचार-प्रसार से लेकर वितरण करने तक के बारे में प्रशिक्षण के दौरान बताया गया।
बीसीएम और बीएचएम क्षेत्र में देंगे प्रशिक्षणः दो दिवसीय प्रशिक्षण समाप्त हो जाने के बाद बीसीएम और बीएचएम अपने क्षेत्र की एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को इसका प्रशिक्षण देंगे। परिवार नियोजन से संबंधित सामग्री के इंडेंट से लेकर प्राप्त करने के तरीके और इसका क्षेत्र में किस तरह से प्रचार-प्रसार करना है, इसकी जानकारी वे लोग अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं को देंगे। साथ ही सामग्री के वितरण के दौरान इसे लेकर लोगों को जागरूक करने का काम भी आशा कार्यकर्ता करेंगी। लोगों को समझाएंगी कि इसके इस्तेमाल से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है।
तीन तरीके से प्राप्त कर सकेंगे परिवार नियोजन की सामग्रीः प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि परिवार नियोजन सामग्री को ऑनलाइन तीन तरीके से मंगाया जा सकता है। पहला मोबाइल एप के जरिये, दूसरा मोबाइल से मैसेज कर और तीसरा कंप्यूटर के जरिये ऑनलाइन मंगवा सकते हैं। आशा कार्यकर्ता इसे मोबाइल एप और मैसेज के जरिये मंगा सकती हैं, जबकि स्टोरकीपर मैसेज और कंप्यूटर से ऑनलाइन इंडेंट कर भी मंगवा सकते हैं। पहले क्षेत्र के लोगों की जरूरतों के मुताबिक इंडेंट करेंगे। सामग्री आ जाने के बाद फिर उसका क्षेत्र के लोगों के बीच वितरण करेंगे।
परिवार नियोजन पर किया जा रहा फोकसः जिले में परिवार नियोजन को लेकर लगातार फोकस किया जा रहा है। इसे लेकर परिवार नियोजन से संबंधित सामग्री के वितरण से लेकर समय-समय पर कैंप और मेला भी लगाया जाता है। जहां पर कि लोगों को परिवार नियोजन से होने वाले फायदे के बारे में बताया जाता है। साथ ही किस तरह से बच्चे की प्लानिंग करनी है, इसकी जानकारी दी जाती है। दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल और पहला बच्चा 20 साल से पहले नहीं हो, इस बारे में बताया जाता है।