कायाकल्प मूल्यांकन को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

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– केयर इंडिया की ओर से जिले के सभी पीएचसी में कार्यरत बीएचएम और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को दी गई ट्रेनिंग

– प्रशिक्षण कार्यक्रम में कायाकल्प मूल्यांकन के लिए सभी आवश्यक पहलुओं से सभी लोगों को कराया गया अवगत

लखीसराय

सदर अस्पताल में सोमवार को जिले के सभी चिकित्साकर्मियों को कायाकल्प मूल्यांकन से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया | इसमें जिले भर से आये सभी हॉस्पिटल मैनेजर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,लेबर रूम इंचार्ज और जीएनएम नर्स शामिल हुईं |को आंतरिक और बाह्य स्तर पर बरती जाने वाली सावधानी और ध्यान देने योग्य पहलुओं से अवगत कराया-
जिले के सिविल सर्जन डॉ. आत्मानंद राय ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सदर हॉस्पिटल सहित जिले भर के सभी पीएचसी, एपीएचसी और रेफरल हॉस्पिटलों के हॉस्पिटल मैनेजर और मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज, लेबर रूम इंचार्ज को हॉस्पिटल के सभी विभागों में काम करने के दौरान आंतरिक और बाह्य स्तर पर बरती जाने वाली सावधानी और ध्यान देने योग्य पहलुओं से अवगत कराया गया।

कायाकल्प मूल्यांकन के लिए प्रमुख बिंदू :
कायाकल्प मूल्यांकन के लिए सबसे पहले सभी अस्पताल के सभी विभागों में साफ-सफाई का ध्यान रखना, लेबर रूम की व्यवस्था , लेबर रूम में मौजूद सभी उपकरण की वस्तुस्थिति, स्थान की उपलब्धता, डॉक्यूमेंटेशन की स्थिति सहित पूरे अस्पताल में बायोमेडिकल कचरा का उचित प्रबंधन करना आवश्यक है।

कायाकल्प मूल्यांकन के लिए किये जाने वाले कार्य :
इसके लिए सबसे पहले अस्पताल में साफ-सफाई की सही व्यवस्था करना, सैनिटाइजेशन और स्वच्छता की व्यवस्था , बायोमेडिकल कचरे का प्रबंधन, संक्रमण से रोकथाम की उचित व्यवस्था , सपोर्ट सर्विसेज की जानकारी देना और संक्रमण को रोकने के लिए प्रचार- प्रसार करना आवश्यक होता है।

कायाकल्प मूल्यांकन कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य :
देश भर में कायाकल्प मूल्यांकन कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य देश भर के स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छ्ता की व्यवस्था रखने के साथ हीं लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार- प्रसार की व्यवस्था करना है। इसके साथ हीं संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्था,बायो मेडिकल कचरे का प्रबंधन करने के साथ हीं संक्रमण से रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कार्य करना है। कायाकल्प मूल्यांकन कार्यक्रम सदर अस्पताल स्तर पर 2015 में, पीएचसी स्तर पर 2016 और सभी शहरी स्वास्थ्य केंद्रों तक 2017 तक शुरू किया गया। वर्ष 2015 के मई में तत्कालीन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रकाश नड्डा ने देशस्तर पर कायाकल्प अवार्ड स्कीम की शुरुआत की थी ।