– जिला स्वास्थ्य समिति के सभागर में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
– मौके पर डीपीएम, एसीएमओ, डीआईओ, डीटीएल केयर सहित कई अधिकारी और ट्रेनर मौजूद
मुंगेर-
कोरोना टीकाकरण अभियान को ले स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी जोर- शोर से शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में जिले के विभिन्न अनुमंडल और प्रखण्डों में कार्यरत अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी आशीष भारती, डीपीएम नसीम रजी, डीआईओ प्रकाश चंद्र सिन्हा, डीटीएल केयर डॉ. अजय आर्य ने संयुक्त रूप से किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिले अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी आशीष भारती ने बताया इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से आप लोगों को कोरोना टीकाकरण को ले सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर पीपीटी स्लाइड के माध्यम से उपस्थित सभी अधिकारियों को कोरोना टीकाकरण के लिए भारत सरकार के द्वारा जारी किए गए सभी तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया गया।
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कम से कम तीन कमरों के वैक्सीनेशन सेंटर की आवश्यकता :
पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी आशीष भारती ने बताया कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सबसे पहले तीन कमरों की वैक्सीनेशन सेंटर की आवश्यकता होगी। इसके लिए इलेक्शन बूथ की तरह सामुदायिक भवन, पंचायत सरकार भवन सहित अन्य भवनों को चिन्हित किया जा सकता है। यहां वेंटिलेशन, सैनिटाइजेशन, टॉयलेट, पेयजल, इलेक्ट्रिसिटी सहित अन्य आवश्यक संसाधन मौजूद रहना आवश्यक है। वैक्सीनेशन सेंटर के तीन कमरों में पहला कमरा इन्ट्री के बाद वेटिंग रूम जहां वैक्सीन लगवाने के लिए आने वाले लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना है। दूसरा वैक्सीनेशन रूम यहां लोगों को वैक्सीन लगाया जाना है और तीसरा ऑब्सर्वेशन रूम, यहां वैक्सीन लगने के बाद लोगों पर होने वाली प्रतिक्रिया का 30 मिनट तक ऑब्सर्व करना है। इसके बाद हीं लोगों को उसके घर भेजा जाएगा। वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने के लिए लोगों को मास्क पहनना आवश्यक है।
कोरोना वैक्सीनेशन टीम में शामिल होंगे पांच लोग :
कोरोना वैक्सीनेशन टीम कम से कम पांच लोग शामिल होंगे। पहला कर्मी सुरक्षा कर्मी होगा जो वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर गेट पर तैनात रहेगा। वो वैक्सीनेशन के लिए आने वाले सभी लोगों की जांच- पड़ताल करेगा कि लिस्ट के अनुसार सही ब्यक्ति आया है या नहीं। वो अनिवार्य तौर पर मास्क की चेकिंग करेगा। बगैर मास्क लगाए वैक्सीनेशन सेंटर पर किसी की भी इंट्री नहीं हो पायेगा। दूसरा ब्यक्ति वेटिंग रूम में उपस्थित रहेगा जो वैक्सीनेशन के लिए आने वाले सभी लोगों की मिलान को-वीन एप्प में दर्ज कराए गए लोगों के नाम,पता एवं डॉक्यूमेंट से करेगा। यहां आने वाले सभी लोगों को अपने साथ वही आइडेंटिटी प्रूफ लाने होंगे जो उन्होंने नाम रजिस्टर्ड करवाने के वक्त दर्ज कराया था। दूसरे ब्यक्ति के द्वारा पूरी तेर वेरिफिकेशन के बाद हीं कोई ब्यक्ति अंदर वैक्सीनेशन रूम में जा पाएगा। इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में दो लोग तैनात रहेंगे। जिसमें से एक ब्यक्ति एक बार फिर से को-वीन एप्प के अनुसार क्रॉस चेक करेगा। इसके बाद अगला ब्यक्ति उसे कोरोना का वैक्सीन लगायेगा। इसके बाद एक ब्यक्ति रूम में मौजूद रहेगा और 30 मिनट तक वैक्सीन लगाए ब्यक्ति का ऑब्जरवेशन करने के बाद हीं उसे घर जाने देगा।
टीकाकरण जनित कचरे का हो सही प्रबंधन :
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पदाधिकारियों को टीकाकरण जनित कचरे के प्रबंधन की भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया वैक्सीनेशन सेंटर पर चार रंग लाल, पीला, हरा, और नीला के अलावे काले रंग का एक बड़ा प्लास्टिक रखना है। काले रंग के बड़े प्लास्टिक में सभी कचरा एकत्रित कर उसका सही प्रबंधन करना है।
कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक की जानकारी भी मोबाइल मेसेज के माध्यम से लोगों को दी जाएगी :
प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह बताया गया कि कोरोना वैक्सीनेशन की दूसरी खुराक के बारे में तारीख, समय और स्थान की सूचना भी मोबाइल मेसेज के जरिये हीं दी जाएगी।