टीका का दोनों डोज ले लिया, फिर भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करता हूं

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कोरोना के प्रति लोग अभी भी जागरूकता, दोनों टीका लेने के बाद भी हैं सतर्क
जिले में कोरोना पर लगाम लगाने को लेकर आमलोगों में जागरूकता कायम
बांका, 21 सितंबर
कोरोना के प्रति लगातार अभियान चलते रहने से लोगों में जागरूकता बढ़ी है। इसी का नतीजा है कि लोग कोरोना टीका का दोनों डोज लेने के बाद भी सतर्कता के साथ रह रहे हैं। घर से बाहर जाने पर मास्क लगाते हैं और सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। कोरोना टीका का दोनों डोज लेने वाले विश्वकर्मा शर्मा कहते हैं कि कोरोना एक संक्रामक रोग है। इससे बचने के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है। मैंने टीका का दोनों डोज ले लिया है, इसके बावजूद सतर्क रह रहा हूं। मैं लगातार यह कोशिश करता आ रहा हूं कि किसी से मेरे में इसका संक्रमण नहीं हो और न ही मेरे से किसी दूसरे व्यक्ति में। इसके लिए सतर्क रहने जरूरी है।
बबीता कुमारी ने भी कोरोना टीका का दोनों डोज ले लिया है। वह कहती हैं सिर्फ टीका से ही बचाव नहीं होगा। टीका लेना जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ जागरूकता भी जरूरी है। सतर्कता इस बीमारी का सबसे बड़ा बचाव है। इसलिए दोनों टीका ले लेने के बाद भी लोगों को सतर्क रहना बहुत जरूरी है। विनय कुमार कहते हैं कि लोग भी इस बात को समझ रहे हैं कि सिर्फ टीका ले लेने से काम नहीं चलेगा। इसके साथ सतर्कता जरूरी है। इसलिए लोग इसका पालन कर रहे हैं। कोरोना के मामले अगर नहीं आ रहे हैं तो लोगों का भी इसमें योगदान है। अगर लोग सतर्क नहीं होते तो इतनी तेजी से कोरोना की दूसरी लहर शांत नहीं होती। इसलिए लोग भी जागरूक हो रहे हैं।
किसी भी मामवे में लापरवाही नहीं करना चाहिएः शिवशंकर दास कहते हैं कि टीका लेना और सतर्क रहना दोनों जरूरी है। जो लोग टीका ले लिए हैं, वे सतर्क भी रहें। किसी भी मामले में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। साथ ही दूसरे लोगों को भी टीका लेने के प्रति जागरूक करना चाहिए। जल्द से जल्द सभी लोगों का टीका लेना बहुत जरूरी है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि लोग अब कोरोना के प्रति समझदार हो गए हैं। टीका लेने के बाद भी सतर्क रहना अच्छी बात है। अगर जिले के लोगों का इतना सहयोग मिला तो यहां कोरोना काबू में ही रहेगी।