नई दिल्ली –
विज्ञानिकों द्वारा विभिन्न ग्रहों पर जीवन की खौज हमेशा से होती आ रही है. इसी बीच ये जानकारी सामने आ रही है कि वैजानोकों को मंगल ग्रह पर तरल अवस्था में पानी की मौजूदगी का पता चला है. ये ऐसा पहली बार नहीं है जब विज्ञानिकों को मंगल ग्रह पर पानी होने के साक्ष्य मिले हो लेकिन इस बार वैज्ञानिकों को पहली बार मंगल ग्रह पर पानी के झील होने के सबूत प्राप्त हुए है.
बताया जा रहा है कि मंगल ग्रह पर ये झील मंगल ग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर तकरीबन बीस किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है.हालांकि इस बारे में ये बताया जा रहा है कि ये पानी बर्फ की एक किलोमीटर मोटी चट्टान के नीचे हो सकती है. इस बात की जानकारी योरोपीय स्पेस एजेंसी के मार्स ऑर्बिटर के द्वारा दी गई है.
योरोपीय स्पेस एजेंसी के मार्स ऑर्बिटर के द्वारा भेजे गए आकड़े का वैज्ञानिकों द्वारा ने तीन साल तक अध्धयन किया और इस अध्धयन में वैज्ञानिकों को इस बात पता चला की रडार द्वारा जो तरंगे भेजी जा रहा वो तरंगे बर्फ को तो पार कर जा रही है लेकिन ये तरंगे मंगल ग्रह के दक्षिणी ध्रुव के पास से लोट रही है.
इस तरह की जानकरी सामने आने के बाद वैज्ञानिकों में वहां किसी जलाशय की मौजूदगी की संभावना बढ़ गई.मंगल ग्रह पर क्या जीवन संभव है और क्या इस ग्रह पर भविष्य में कभी मानव बस पाएगा इसपर निरंतर चर्चा होती रहती है. कई वैजानिकों ने इस क्षेत्र में अध्धयन किया औऱ पता लगाने की कोशिश की है.
इस मामले में एक प्रोफेसर का कहना है कि लोग मंगल ग्रह पर और इस ग्रह पर जीवन न होने की परिस्थितीयों के बारे में वाकिफ है पर मंगल ग्रह पर अब पानी की मौजूदगी का पता लगने के बाद वहां जीवन की संभावना की खोजी जा सकती है. वहीं पानी से जीवन को पनपन के बारे में पर प्रोफेसर द्वारा कुछ नही कहा गया. कहा जाता है कि जल ही जीवन है.
अब जब मंगल पर पानी होने के साक्षय मिल गए है तो आशा करते है कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब वैज्ञानिक जो इतने वर्षों से मंगल या अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावनाएं तलाशने में लगे है उनकी तलाश पूरी हो और भविष्य में मानव मंगल ग्रह पर जीवन संभव हो.