अबतक 19 लाख लोगों को खिलाई गई अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा

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-जिले में 24 लाख लोगों को गोली खिलाने का रखा गया है लक्ष्य
-10 को शुरू हुए अभियान का आज आखिरी दिन, कल से मॉपअप राउंड

बांका-

फाइलेरिया को लेकर जिले में चल रहे एमडीए अभियान का शुक्रवार को आखिरी दिन है। हालांकि छूटे हुए लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाने के लिए शनिवार से मॉपअप राउंड चलेगा, जो दो मार्च तक चलना है। 10 फरवरी को शुरू हुए अभियान को 14 दिनों तक चलना था। इस लिहाज से अभियान 23 फरवरी को ही समाप्त हो जाता, लेकिन बीच में महाशिवरात्रि की छुट्टी के चलते अभियान का समापन 24 को होगा। इसके बाद छूटे हुए लोगों को दवा खिलाई जाएगी। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल ने कहा कि जिले में अबतक अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। जिले के 24 लाख लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया था। इनमें से 19 लाख से अधिक लोगों को गुरुवार शाम तक गोली खिला दी गई। अनुमान है कि शुक्रवार तक लगभग 21 लाख लोगों को गोली खिला दी जाएगी। इसके बाद जो लोग बचेंगे, उन्हें मॉपअप राउंड में गोली खिला दी जाएगी। अभियान में शामिल लोगों को निर्देश दे दिया गया है कि शुक्रवार को बाद शनिवार से मॉपअप राउंड शुरू हो रहा है, जो दो मार्च तक चलेगा। उस दौरान भी पूरी तन्मयता से शामिल रहें। लक्ष्य को हर हाल में पूरा करना है।
कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं, इसका रखा जा रहा ध्यानः वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल ने बताया कि जिले में अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका और वॉलेंटियर क्षेत्र में जाकर लोगों को गोली खिलाने का काम कर रहे हैं। अभियान के दौरान एक भी व्यक्ति छूट नहीं जाए, इसका विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है। अभियान के तहत दो वर्ष अधिक उम्र के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जा रही है। अभियान के दौरान दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जा रही है। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जा रही है। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जा रही है। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जा रही है।
क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ-सफाई करनी चाहिए। लगातार देखभाल करते रहने से फाइलेरिया के मरीजों को ज्यादा परेशानी नहीं होती है।