एक से दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल जरूरी

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पीरपैंती-

प्रखंड क्षेत्र के 1 बच्चे वाले दंपति की बुधवार को काउंसलिंग की गई. इस मौके पर एएनएम सूरज मुर्मू ने इन दंपतियों को एक से दूसरे बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल रखने की सलाह दी. साथ ही उसके फायदे गिनाए. आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 339 पर इस दौरान 1 बच्चे वाले कई दंपति जुटे थे. इस मौके पर केयर इंडिया के डॉक्टर सुपर्णा टाट, जितेंद्र कुमार और कोमल कुमारी भी मौजूद थीं.

ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता जरूरी:

एएनएम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस तरह की जानकारी देना बहुत जरूरी हो जाता है. अगर इन्हें जागरूक नहीं किया जाएगा तो इनके बच्चे के बीच 3 साल का अंतराल नहीं होगा. फिर तमाम तरह की परेशानियां होंगी. इसलिए हमलोगों ने अभी संचार अभियान के तहत आरोग्य दिवस पर आंगनवाड़ी केंद्र जाकर एक बच्चे वाले दंपति को दूसरे बच्चे के लिए 3 साल इंतजार करने को कह रही हूं.

वहीं एएनएम कने बताया कि हमलोगों में एक बच्चे वाले दंपतियों को यह समझाया अगर आप दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रखेंगे तो बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ रहेगा. मां एनीमिया से पीड़ित नहीं होगी. साथ ही बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होगी, जिससे वह भविष्य में तमाम तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम रहेगा.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:

• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.

• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.

• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.

• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .

• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.

• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.

• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.

• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.

• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें

• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों

• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें

• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें