कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास को लेकर दिया गया प्रशिक्षण

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-सदर अस्पताल के विक्टोरिया भवन में डॉक्टरों को मिला प्रशिक्षण
-सभी अस्पतालों के प्रभारी और बीएचएम प्रशिक्षण में हुए शामिल
भागलपुर, 24 मार्च –
सदर अस्पताल के विक्टोरिया भवन में गुरुवार को कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास (नेशनल क्वालिटी स्टैंडर्ड) की तैयारी को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, डीएचएस के डॉ. प्रशांत, केयर इंडिया के डीटीओ फैसिलिटी राजेश मिश्रा और सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारी समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। इस दौरान लक्ष्य और एनक्वास को लेकर प्रशिक्षण देने का काम राजस्थान से आई डॉ. नीति शर्मा ने किया, जबकि कायाकल्प को लेकर डॉ. प्रशांत, फैजान आलम अशर्फी और डॉ. राजेश मिश्रा ने प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि कायाकल्प की स्टेट टीम की विजिट सभी अस्पतालों में हो चुकी है। जल्द ही उसका परिणाम आने वाला है। हालांकि इसके बावजूद अगली बार के लिए प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मुख्य फोकस लक्ष्य और एनक्वास पर रहा। पिछली बार लक्ष्य में भागलपुर सदर अस्पताल को बेहतर अंक मिला था। इस बार और कैसे बेहतर करना है। इसके बारे में बताया गया। खासकर लेबर रूम और ओटी की व्यवस्था मानक के मुताबिक कैसी होनी चाहिए। यह बताया गया। जहां भी सुधार की गुंजाइश है, उस बारे में ध्यान दिलाया गया। इसके साथ-साथ अब एनक्वास की विजिट पर भी फोकस करने पर ध्यान देने के लिए कहा गया। प्रशिक्षण के दौरान डॉ. नीति शर्मा ने बताया कि लक्ष्य और कायाकल्प को लेकर जिले के अस्पतालों की तैयारी अच्छी है, लेकिन एनक्वास की विजिट को लेकर अभी और तैयारी करनी पड़ेगी।
एनक्वास पर किया जाएगा फोकसः प्रशिक्षण के दौरान डॉ. नीति शर्मा ने बताया कि जिले के अस्पताल लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। अब एनक्वास पर फोकस करना चाहिए। एनक्वास के मानक पर खरा उतरने के बाद बेहतर अंक लाने पर अस्पतालों में ढेर सारी सुविधाएं मिलती हैं। अस्पतालों में जब सुविधाएं बढ़ेंगी तो मरीजों को उससे खासा राहत मिलेगी। इसके लिए साफ-सफाई के साथ सुविधाओं को भी व्यवस्थित करनी होगी। वहीं सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान कही गई बातों को अमल में लाने के लिए सभी अस्पतालों के प्रभारियों, बीएचएन एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को कहा गया है। सभी अस्पतालों में सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसे और बेहतर किया जाएगा, ताकि कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास के मानकों पर भी अस्पताल खरा उतरे। इससे अच्छी रैंकिंग मिलेगी और अस्पताल की प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।