पुणे : “कोरोना ने हमें कई चीजे सिखाई है. इस कठिन काल में योग्य व्यायाम, संतुलित आहार कितना महत्वपूर्ण है, यह हमने पिछले साल भर में देखा है. कोरोना से बचाना है, तो हमें अपनी इम्युनिटी पॉवर बरक़रार रखनी पड़ेगी. इसलिए हमें व्यायाम और साथ में संतुलित आहार को महत्व देना चाहिए,” ऐसा मत तज्ज्ञ व्यक्तियोंने व्यक्त किया.
सूर्यदत्ता इन्स्टिट्यूट ऑफ हेल्थ सायन्सद्वारा सूर्यदत्ता हेल्थ बँक इनिशिएटिव्ह के तहत जागतिक आरोग्य दिन के अवसर पर सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट्स में ‘मिशन कोरोना इरॅडिकेशन’ अभियान की पहल की गई। इसके तहत पहला कार्यक्रम ‘समृद्ध आयुष्याची गुरुकिल्ली’ के विषय पर हुआ. इस समय प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में प्रसिद्ध बॉडीबिल्डर महेंद्र चव्हाण व प्रसिद्ध आहारतज्ज्ञ पौर्णिमा कारंडे उपस्थित थे. कोरोना के पार्श्वभूमी पर यह कार्यक्रम ऑनलाईन-ऑफलाईन स्वरूप में हुआ. संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय चोरडिया, उपाध्यक्षा सुषमा चोरडिया, संचालक प्रा. सुनील धाडीवाल आदी उपस्थित थे. इस समय चव्हाण को सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और कारंडे को सूर्यगौरव राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया.
मिशन कोरोना इरॅडीकेशन…
कोरोना के उन्मूलन हेतु सुर्यदत्ता ग्रुप ने ‘मिशन कोरोना इरॅडीकेशन’ अभियान हात में लिया है. इस अभियान में कोरोना नियमो का पालन, मेडिकल इन्फर्मेशन, इम्युनिटी, आरोग्य व तंदुरुस्ती, संतुलित आहार, नियमित आरोग्य तपासणी, समुपदेशन, पालकत्व, तणावमुक्ती, व्यसनमुक्ती, आर्थिक, भावनिक सक्षमीकरण, स्वयंपूर्णता, आनंदी परिवार, ज्ञान का आदानप्रदान, सायबर सुरक्षा, इंटरनेट का नैतिक वापर, सामाजिक जबाबदारी, राष्ट्रभक्ती, दुसरो का सन्मान, सकारात्मक दृष्टिकोन, आत्मविश्वास, सब के लिए शिक्षा, अन्न, वस्त्र, स्वच्छता, समानता आदि मुद्दों के बारे में जागृती की जाएगी। साथ ही रियूज, ररीसायकल और रिजनरेट को बढ़ावा दिया जाएगा. ऐसा प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा.
महेंद्र चव्हाण ने कहा, “आज के आधुनिक जीवनशैली में अच्छे स्वास्थ्य को अधिक महत्व प्राप्त हुआ है. वर्तमान स्थिति कई चीजों को नए स्वरूप में समज लेने की आवश्यकता है. व्यायाम और आहार का महत्व ध्यान में लेकर हमें उसको अपने जीवन अम्मल करना चाहिए. तभी हम यह कोरोना के विरुद्ध लड़ाई जित सकते है.”
पौर्णिमा कारंडे ने बताया की, “आहार बहोत भी मायने रखता है. इम्युनिटी अच्छी बनाने में उसकी भूमिका अहम् रहती है. हमें सात्विक आहार पर जोर देना चाहिए. ज्यादा पानी पिने और प्रथिने, जीवनसत्वे जैसे घटको का समावेश अपने आहार में करने का प्रयास करना चाहिए. ठन्डे, आंबट पदार्थ और जंक फूड खाना टालना चाहिए.”
प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा की, “शरीर एक मंदिर है. उसकी नियमित रूपसे पूजा होनी चाहिए. स्वस्थ शरीर में नीरोगी मन रहता है. अपनी आंतरिक शक्ती विकसित करता है. आज हमने यह अभियान बड़ी सोच के साथ शुरू किया है. आनेवाले समय में इस अभियान से कोरोना उन्मूलन में बहोत मदत होगी. हम सब का योगदान इसमें जरुरी है.”
मार्गदर्शन सत्र के बाद महाविद्यालय की योगशिक्षिका व झुंबा प्रशिक्षक सोनाली ससार ने शिक्षक व इतर कर्मचारीयो के लिए हेल्थ व फिटनेस ऍक्टिव्हिटी में पुशअप्स, ऐरोबिक्स, रेग्युलर वर्कआऊट लिया. यह कार्यक्रम शिक्षक, पालक व विद्यार्थी के लिए फेसबुक व यूट्यूब के माध्यम से लाईव्ह प्रक्षेपित किया गया.