चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मियों का अवकाश 28 फरवरी तक रद्द

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–  अवकाश पर गए चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य कर्मियों से अविलंब काम पर लौटने का निर्देश
–  स्वास्थ्य विभाग से जारी किया गया पत्र
मुंगेर, 4 जनवरी-
जिला के सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मियों का सभी प्रकार का अवकाश (अध्ययन और मातृत्व अवकाश को छोड़कर) 28 फरवरी तक रद्द कर दिया गया है। इसको ले स्वास्थ्य विभाग से एक पत्र जारी किया गया है। इसके साथ ही पत्र में वर्तमान में अवकाश पर गए चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य कर्मियों से अविलंब काम पर लौटने का निर्देश दिया गया है।
जिला के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी पत्र के अनुसार जिला में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम एवं इसके निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी एवं अनुश्रवण की आवश्यकता को देखते हुए उक्त आदेश को जारी किया गया है। इसके अनुसार जिला के सभी चिकित्सा पदाधिकारी संविदा/नियोजित सहित से लेकर सभी स्वास्थ्य कर्मी संविदा/नियोजित सहित जैसे स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडिकल स्टाफ, जीएनएम, एएनएम, शल्य कक्ष सहायक, लैब टेक्नीशियन के साथ ही चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के सभी प्रकार के अवकाश को आगामी 28 फरवरी  2022 तक रद्द कर दिया गया है। जारी पत्र के अनुसार अध्ययन अवकाश और मातृत्व अवकाश पर गए चिकित्सा पदाधिकारियों और कर्मियों को इससे मुक्त रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है।
उन्होंने बताया कि एक बार फिर से जिला में कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। मंगलवार को जिला  मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखण्डों में कुल 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं जिसमें सात पुरुष और 6 महिलाएं हैं। जिला में अभी एक्टिव केस की कुल संख्या 65 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिला भर में अभी तक कुल 14,459 कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं जिसमें से 14,283 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ्य भी हुए हैं। वहीं कुल 113 लोगों की मृत्यु कोरोना वायरस के संक्रमण से हुई है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के ओमीक्रोन वैरियंट की वजह से संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिला में कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ा दी गई । जिला भर में कोरोना जांच के लिए अभी तक कुल 12,78,496 लोगों का सैम्पल लिया जा चुका है। बावजूद इसके अभी भी लोगों को कोरोना गाइड लाइन का अक्षरशः पालन करना अनिवार्य है। क्योंकि अभी थोड़ी सी भी लापरवाही लोगों को भारी पर सकती है। जिलावासियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सभी लोग अभी अच्छी तरह से मास्क पहनें क्योंकि कोरोना संक्रमण मुख्य रूप से मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रॉप्लेट्स से फैलता है। इसके साथ ही सभी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज बरतें और जाना बहुत जरूरी हो तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के तौर पर एक दूसरे से कम से दो गज या छह फीट की दूरी बरतें। इसके साथ ही अनावश्यक किसी भी चीज को छूने से बचें और छूने के बाद अपने हाथों को साबुन या हैंड सैनिटाइजर से एक निश्चित अंतराल के बाद साफ करें ।