छोटा और सुखी परिवार के लिए परिवार नियोजन आवश्यक

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– मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान के तहत जन जागरूकता को ले आयोजित किए जा रहे हैं कई कार्यक्रम

– परिवार नियोजन के साधन अपनाने से ही मजबूत होगा परिवार का सर्वांगीण विकास

मुंगेर, 30 मार्च 2021 :

हमारे समाज का प्रत्येक परिवार खुशहाल जिंदगी जीने के साथ ही अपने बच्चों को सही शिक्षा और स्तरीय रहन-सहन देने की चाहत रखता है। किन्तु, कुछ परिवारों कि यह हसरत परिवार नियोजन के साधन नहीं अपनाने की वजह से पूरी नहीं हो पाती है। अधिकांश लोगों का परिवार बड़ा होने के कारण वहां बच्चों को अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना तो दूर वहां बच्चों का उचित परवरिश भी नहीं हो पाती है। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को शादी के साथ ही अपने परिवार के लिए जिम्मेदारी भी तय करने की जरूरत है। इसके लिए राज्य सरकार 14 जनवरी से 31 मार्च तक मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान के जरिये परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत के बारे में लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है। सरकार कि महत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल परिवार नियोजन अभियान छोटा और सुखी परिवार के लिए सबसे बेहतर और आसान उपाय है, जिसे अपनाकर प्रत्येक व्यक्ति अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जी सकता है।

– छोटा और खुशहाल परिवार के लिए समाज के हर व्यक्ति को आगे आने की जरूरत :-
जिला स्वास्थ्यय समिति के डीसीएम निखिल राज ने बताया छोटा और खुशहाल परिवार के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को आगे आने की जरूरत है। किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए सामाजिक स्तर पर सहयोग जरूरी है। इसलिए जब सामाजिक स्तर पर लोग जागरूक होंगे तभी छोटा और खुशहाल परिवार को बढ़ावा मिल सकेगा और सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान सफल हो पाएगी।

– सही उम्र में शादी और शादी के दो वर्ष बाद ही हो पहला बच्चा :-
डीसीएम निखिल राज ने बताया कि छोटा और खुशहाल परिवार के लिए सही उम्र में ही शादी करना आवश्यक है। इसके साथ ही शादी के कम से कम दो वर्ष बाद ही पहला बच्चा और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर होना भी जरूरी है। इससे ना सिर्फ जनसंख्या स्थिरीकरण अभियान सफल होगा बल्कि माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ भी रहेंगा । क्योंकि स्वस्थ माँ से ही मजबूत बच्चा संभव है।

परिवार नियोजन अपनाने से मजबूत होगा शारीरिक और आर्थिक विकास :

केयर इंडिया कि फैमिली प्लानिंग कोऑर्डिनेटर तस्नीम रजि ने बताया कि परिवार नियोजन अपनाने से ना सिर्फ छोटा और सुखी परिवार होगा, बल्कि, जहाँ महिलाओं का शारीरिक विकास होगा। वहीं, परिवार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी । इससे बच्चों को उचित परवरिश के साथ अच्छी शिक्षा भी मिल पाएगी और परिवार भी समृद्ध होंगा । इसके साथ ही बच्चे को सर्वांगीण विकास के लिए अच्छा माहौल भी मिलेगा। इससे समाज में भी अच्छा संदेश जाएगा और सामाजिक स्तर पर लोग जागरूक होंगे। इसके अलावा जब बच्चों को उचित परवरिश मिलेगा तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत होंगे।

वैकल्पिक उपाय भी कारगर :
छोटा और खुशहाल परिवार के लिए सरकार द्वारा की गई वैकल्पिक व्यवस्था भी पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है और वैकल्पिक उपाय को अपनाने से भी किसी प्रकार की साइड इफेक्ट नहीं है। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में सरकार द्वारा पीएचसी स्तर पर काॅपर – टी, छाया, कंडोम, अंतरा समेत अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इसलिए, अगर कोई महिला परिवार नियोजन के स्थायी साधन यानी महिला बंध्याकरण को अपनाना चाहती हों किन्तु उनका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं है तो ऐसे महिला इन वैकल्पिक व्यवस्था को अपना सकते हैं।

वैकल्पिक व्यवस्था भी है पूरी तरह सुरक्षित, नहीं है किसी प्रकार का साइड इफेक्ट :
सरकार द्वारा परिवार विकास मिशन के तहत की गई वैकल्पिक व्यवस्था भी पूरी तरह सुरक्षित है। इसका किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। किन्तु, किसी भी प्रकार का वैकल्पिक व्यवस्था को अपनाने के पूर्व हर हाल में चिकित्सकों से सलाह लें और चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही अपनाएं। ताकि बाद में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।

परिवार नियोजन को ले जिले में 14 जनवरी से 31 मार्च तक चल रहा है मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान :
तस्नीम रजि ने बताया वर्तमान में जिले में परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 14 जनवरी से 31 मार्च तक मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान चल रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस के दिन ई. रिक्शा के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के महत्व और आवश्यकता के प्रति जागरूक करने के लिए माइकिंग की जा रही है। इसके साथ ही जिले के सभी पीएचसी में परिवार नियोजन की सारी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध है। ताकि इच्छुक लोगों को ऑपरेशन के दौरान किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े और वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में जाकर आसानी के साथ ऑपरेशन करा सकें। ऑपरेशन के लिए इच्छुक महिलाओं को अफवाहों से दूर रहना चाहिए और निर्भीक होकर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ऑपरेशन कराना चाहिए। ऑपरेशन के दौरान अस्पतालों में सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल रखा जाता है।