जिले में कल से शुरू होगा पल्स पोलियो अभियान

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-3 लाख 80 हजार बच्चों को दवा पिलाने का है लक्ष्य
-आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को पिलाएंगी दवा

बांका, 24 सितंबर-

जिले में रविवार से पल्स पोलिया अभियान शुरू हो रहा है। पांच दिनों तक चलने वाला अभियान 30 सितंबर को खत्म होगा। इसे लेकर सारी तैयारी कर ली गई हैं। अभियान के तहत एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और प्रेरक घर-घर जाकर पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी। शहरी क्षेत्र में एएनएम और आंगनबाड़ी सेविका दवा पिलाने का काम करेंगी तो ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्य़कर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और प्रेरक बच्चों को दवा पिलाएंगी। इस बार जिले के तीन लाख 80 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसे लेकर दवा पिलाने वाली एएनएम, आशा, सेविका और प्रेरक का उन्मुखीकरण किया गया है।
कोरोना गाइडलाइन का किया जाएगा पालनः दवा पिलाने के दौरान स्वास्थ्यकर्मी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करेंगी। स्वास्थ्यकर्मी बच्चों को स्पर्श नहीं करेंगी। छोटा बच्चा परिजन के गोद में रहेंगे और जो बड़ा है उसे दूर से ही दवा पिलाई जाएगी। साथ ही सभी लोग मास्क पहने रहेंगे और सामाजिक दूरी का पालन करेंगे। स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ बच्चों के परिजनों को भी अनिवार्य तौर पर मास्क पहनना होगा। इसका पालन हर हाल में करने के लिए कहा गया है। पोलियो अभियान के दौरान कोरोना को लेकर पूरी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
शहरी क्षेत्र में 8 हजार बच्चों को पिलाई जाएगी दवाः बांका सदर प्रखंड में इस बार 8 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। शहरी क्षेत्र में एएनएम और आंगनबाड़ी सेविका दवा पिलाने का काम करेंगीं। इसे लेकर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इनलोगों का उन्मुखीकरण किया गया है। उन्मुखीकरण के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों को दवा पिलाने के तरीके बता दिए गए हैं। दवा पिलाने के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन भी सख्ती से करने के लिए कहा गया है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि पोलियो उन्मूलन को लेकर रविवार से शुरू हो रहा अभियान गुरुवार तक चलेगा। इसे लेकर सारी तैयारी कर ली गई है। उम्मीद है कि हमलोग लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। साथ ही कोई भी बच्चा छूटे नहीं, इसका विशेष तौर पर ख्याल ऱखा जाएगा। उन्मुखीकरण के दौरान एएनएम और आंगनबाड़ी सेविका को साफतौर पर इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा गया है।