डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव को लेकर पूरे जिले में चलेगा जागरूकता अभियान, सफलता को लेकर हुई बैठक

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– जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक
– जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों की ओर से चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

लखीसराय-

डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव को लेकर पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिसके माध्यम से लोगों को बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। अभियान की सफलता को लेकर शुक्रवार को संबंधित कर्मियों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक तैयारी पर बल दिया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार ने की एवं संचालन डीभीबीडीसी नरेंद्र कुमार ने किया । इस मौके पर भीडीसीओ भगवान दास, गौतम दास आदि मौजूद थे।
– अभियान की सफलता को लेकर जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए गए हैं निर्देश :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव को जिला से लेकर प्रखंड स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाना है। जिसकी सफलता को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं एवं हर हाल में अभियान की शुरुआत करना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। ताकि इस बीमारी से बचाव की जानकारी समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचायी जा सके।
– संक्रमित एडिस मच्छर काटने से होता है डेंगू और चिकनगुनिया :
जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार ने बताया, डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर काटने से होता है। इसलिए, अगर आप दिन में भी सोते हैं तो अनिवार्य रूप से मच्छरदानी लगाएं। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर एवं सभी कमरे को साफ-सुथरा एवं हवादार बनाएं रखें। साथ ही आसपास भी साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। इसके लिए अपने पड़ोस में रहने वाले अन्य लोगों को भी जागरूक करें। ताकि इस बीमारी के दायरे से सामुदायिक स्तर पर लोग दूर रहें। वहीं, उन्होंने बताया, इस बीमारी से बचाव के लिए रहन-सहन में बदलाव के साथ-साथ साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की दरकार है। दरअसल, डेंगू व चिकनगुनिया के शुरुआती लक्षण बुखार से ही शुरू होते हैं। जिसके कारण लोगों को बीमारी की पहचान करने में भी काफी परेशानी होती है। इसलिए, लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाँच कराने की जरूरत है।
– लक्षण दिखते ही तुरंत करायें इलाज, अस्पतालों में समुचित व्यवस्था है उपलब्ध :
डीभीबीडीसी नरेंद्र कुमार ने बताया, लक्षण दिखते ही ऐसे मरीजों को तुरंत जाँच करानी चाहिए। जाँच रिपोर्ट के अनुसार इलाज करानी चाहिए। ताकि बड़ी परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़े और समय पर इलाज शुरू हो सके। इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। वहीं, उन्होंने बताया, यह बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होता है, जो स्थिर साफ पानी में पनपता है। इसलिए, घर समेत आसपास में जलजमाव नहीं होने दें। जलजमाव होने पर उसे यथाशीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था कर हटायें और पानी जमा होने वाले जगहों पर किरासन तेल या कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें।

– डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण :
– तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द तथा ऑखों के पीछे दर्द होना
– त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान
– नाक, मसूढ़े से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना
– काला पैखाना होना

– बचाव के उपाय :
– दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
– पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें अथवा मच्छर भगाने वाली दवा/क्रीम का उपयोग करें।
– टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी/फ्रिज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी, गमला, फूलदान, घर के अंदर एवं आसपास पानी नहीं जमने दें।
– जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें अथवा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।