डॉ. पी. डी. पाटील का निस्वार्थ, सेवा-भावी कार्य आदर्शवत कृष्ण प्रकाश का प्रतिपादन; ‘सूर्यदत्ता’ की ओर से डॉ. पी. डी. पाटिल को पहला ‘सूर्यदत्ता सेवा-रत्न राष्ट्रीय पुरस्कार-२०२१’ प्रदान

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पुणे : “शांत, संयमित रहकर दूरदर्शी और सामाजिक रूप से जागरूक डॉ. पी. डी. पाटिल का निस्वार्थ और सेवाभावी दृष्टिकोण के साथ किया गया समाज कार्य आदर्शवत है. शिक्षा, साहित्य, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र के लिए उनका कार्य प्रेरणादायक है, ऐसा प्रतिपादन पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने किया. सुर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट की ओर से सूर्यदत्ता एज्यु-सोशियो कनेक्ट इनिशिएटिव्ह के अंतर्गत उल्लेखनीय वैद्यकीय और सामाजिक कार्य के लिए अभिमत विद्यापीठ के कुलपती डॉ. पी. डी. पाटील को ‘सुर्यदत्ता सेवा-रत्न राष्ट्रीय पुरस्कार-२०२१’ कृष्ण प्रकाश के हाथों प्रदान किया गया.
इस समय सूर्यदत्ता के प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने डॉ. पी. डी. पाटील के नाम से मेरिट स्कॉलरशिप देने की घोषणा की. पिंपरी के डॉ. डी. वाय. पाटील विद्यापीठ में के विभिन्न चिकित्सा विषयों में टॉपर आये छात्र को पदवी प्रदान समारोह के दिन 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार और स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा.
पिंपरी के डॉ. डी. वाय. पाटील सभागृह में संपन्न हुए कार्यक्रम में डॉ. डी. वाय. पाटील विद्यापीठ के  प्र-कुलगुरू डॉ. भाग्यश्री पाटील, विश्वस्त संचालक डॉ. स्मिता जाधव, कुलगुरू डॉ. एन. जे. पवार, सुर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूट के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय चोरडिया, उपाध्यक्षा और सचिव सुषमा चोरडिया, सल्लागार सचिन इटकर, संचालक प्रा. सुनील धाडीवाल, प्रा. मिलीना राजे उपस्थित थे. कोरोना के सभी नियमों का पालन करके डॉ. डी. वाय. पाटील विद्यापीठ में के कुलगुरू, कुलसचिव, अधिष्ठाता इनके उपस्थिति में ये कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. फेसबुक और युट्युब पे इस कार्यक्रम का लाइव प्रक्षेपण प्रसारित किया गया.
कृष्ण प्रकाश ने कहा, “कोरोना के कल में डॉ. पी. डी. पाटील और उनके टीम ने किया कार्य, अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलन, डी. वाय. पाटील विद्यापीठ के माध्यम से किया गया शिक्षा कार्य सराहनीय है. उनकी दृढ़ता, कड़ी मेहनत, इच्छाशक्ति, हर काम में समर्पण का भाव प्रभावशाली है, ऐसे सेवाभावी व्यक्ति का सूर्यदत्ता परिवारने सम्मान किया और ओ पुरस्कार प्रदान करने के लिए मुझे बुलाया इसलिए मैं शुक्रगुजार हु. इससे ‘सूर्यदत्ता’ का भी सम्मान बढ़ा है. डॉ. डी. वाय. पाटील, सूर्यदत्ता जैसी संस्थाएं अच्छा काम कर रही हैं.”
डॉ. पी. डी. पाटील न कहा, “पिछले एक साल में कोरोना संकट में हमारे सभी डॉक्टरों, नर्सों, चिकित्सा कर्मचारियों की कड़ी मेहनत ने हजारों रोगियों का अच्छा इलाज किया है, इसकी ख़ुशी होती है. अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधा हमारे सभी हॉस्पिटल में उपलब्ध है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से, विभिन्न सामाजिक स्तर के मरीज यहां इलाज करके ठीक हुए हैं. उन्हें भोजन, स्वच्छता, सकारात्मक रहने के लिए मार्गदर्शन के रूप में ऐसी कई चीजें प्रदान की जाती हैं. यह पुरस्कार केवल मेरे लिए नहीं, बल्कि हमारे सभी मेडिकल स्टाफ और संस्था के लिए है.”
भगवान और पद्मश्री डॉ. डी. वाय. पाटील की बदौलत हमारे सभी डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ लगातार इस कठिन समय में स्वर्गदूतों की तरह काम कर रहे हैं. अस्पताल २००६ में बनाया गया था और आज भी इसका इस्तेमाल हो रहा है. अच्छे कर्म करने के लिए मन को प्रेरित करना, कई लोगों के चेहरे पर की खुशी कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करती है. मुझे अपने सभी सहयोगियों पर गर्व है जो कड़ी मेहनत करते हैं,” ऐसा भी  डॉ. पी. डी. पाटील ने कहा.
प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा  “डॉ. पी. डी. पाटील इन्होने वैद्यकीय और सामाजिक क्षेत्र में योगदान देते हुए देश -विदेश के कई विद्यार्थियों को वैद्यकीय ज्ञान दिया है. इस साल में कोरोना संकट में गरीबों और जरूरतमंदों को निस्वार्थ, तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की उनकी पहल महत्वपूर्ण है. कई अन्य व्यक्ति, संस्था और निजी-सरकारी अस्पताल ऐसा कार्य कर रहे हैं.  ऐसे कठिन समय में अच्छा कार्य करने वाले व्यक्तियों को हर साल यह पुरस्कार दिया जायेगा. डॉ. पी. डी. पाटील को सम्मानित करते हुए मुझे खुशी हो रही है.”
सचिन इटकर ने धन्यवाद ज्ञापित किये. डॉ. पी. डी. पाटील को उनके सेवा-उन्मुख कार्यों के लिए धन्यवाद नहीं देना चाहिए बल्कि इस कार्य के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए, स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में एक ब्रांड बन गया है, और उनका समर्पित कार्य, दृढ़ता और इच्छाशक्ति हम सभी को प्रेरित करती है,ऐसा इटकर ने कहा. सायली देशपांडे ने सूत्रसंचालन किया. डॉ. एन. जे. पवार ने प्रास्ताविक किया.