-डॉक्टर, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं ने बढ़ाया जिले का मान
-जिले के कई स्वास्थ्यकर्मियों को तीन श्रेणी में दिया गया पुरस्कार
बांका, 16 मार्च-
परिवार नियोजन के क्षेत्र में बांका के स्वास्थ्यकर्मी पूरी मेहनत कर रहे हैं। इसका प्रमाण है पिछलों दिनों परिवार नियोजन को लेकर क्षेत्रीय प्रबंध इकाई की ओर से आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह, जिसमें ढेरों पुरस्कार बांका के स्वास्थ्यकर्मियों ने अपने नाम किए। परिवार नियोजन के तहत सबसे अधिक ऑपरेशन करने वालों में सीएचसी धोरैया के डॉ. एसएस दास प्रमंडल में दूसरे स्थाने पर रहे, जबकि तीसरे स्थान पर भी जिले के बौंसी रेफरल अस्पताल के डॉ. रामानुज कुमार सिंह रहे। इसी तरह से पुरुषों की नसबंदी करने में चांदन सीएचसी के डॉ. एके सिन्हा तीसरे और बौंसी रेफरल अस्पताल के रामानुज कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे।
इतना ही नहीं, रामानुज कुमार सिंह डिलीवरी के सात दिनों के अंदर सबसे अधिक परिवार नियोजन के तहत ऑपरेशन करने वालों में भी तीसरे स्थान पर रहे। इसी कैटेगरी में शंभूगंज सीएचसी के डॉ. अजय कुमार शर्मा तीसरे स्थान पर रहे। गर्भपात के बाद पूरे प्रमंडल में सबसे अधिक ऑपरेशन करने के मामले में सीएचसी धोरैया के डॉ. एसएस दास सबसे आगे रहे। वहीं फुल्लीडुमर सीएचसी की डॉ. पूनम कुमारी इसी कैटेगरी में दूसरे स्थान पर रहीं।
एएनएम भी किसी से कम नहीं : ये तो हुई डॉक्टरों की बात। जिले की एएनएम भी किसी से कम नहीं हैं। परिवार नियोजन को लेकर बंध्याकरण में सहयोग करने में धोरैया सीएचसी की एएनएम शालिनी प्रिया अव्वल रही। वहीं कटोरिया रेफरल अस्पताल की उषा कुमारी इसी कैटेगरी में तीसरे स्थान पर रही। परिवार नियोजन को लेकर लोगों तक सुविधा पहुंचाने में बाराहाट पीएचसी की इंदु कुमारी अव्वल रही। परिवार नियोजन को लेकर बेहतर सेवा करने में धोरैया सीएचसी की पार्वती कुमारी अव्वल रही। आईयूसीडी सर्विस को लेकर भी धोरैया सीएचसी की एएनएम पार्वती कुमार पहले स्थान पर रही, जबकि दूसरे स्थान पर खरौंदा एपीएचसी की कल्पना कुमारी रही। परिवार नियोजन सामग्री के वितरण में बाराहाट प्रखंड के पंजवारा की सबिता कुमारी टॉपर रही।
आशा कार्यकर्ताओं ने भी बढ़ाया जिले का मानः महिलाओं को बंध्याकरण के लिए प्रेरित करने में सदर पीएचसी के तहत बैसा रामपुर आंगनबाड़ी केंद्र की कुमारी बीना मंडल को प्रथम पुरस्कार मिला तो बांका पीएचसी के ही तहत पलयार आंगनबाड़ी केंद्र की रीना झा दूसरे और सैदपुर की बीना देवी तीसरे स्थान पर रही। इसी तरह आईयूसीडी के लिए प्रेरित करने के लिए बाराहाट पीएचसी के लीलावरण की बीवी रोशन पहले स्थान पर रही, जबकि दूसरे स्थान पर बौंसी के हथिया की वंदना कुमारी रही। कटोरिया के खुटबरी की कविता कुमारी तीसरे स्थान पर रही। इसी तरह दो बच्चों के बीच सही अंतराल रखने के लिए प्रेरित करने के मामले में बाराहाट सीएचसी के तहत सबलपुर की नीतू देवी पहले स्थान पर रही तो बौंसी के गोरगमा की बेबी कुमारी तीसरे स्थान पर। दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन के साधन अपनाने को लेकर लोगों को प्रेरित करने में बेलहर पीएचसी के बारा गांव की आशा बबिता कुमारी को तीसरा पुरस्कार मिला। इसके अलावा आशा प्रभावती देवी, अनिता देवी और प्यारी खातून को भी पुरस्कार दिया गया। आशा के क्षेत्रीय समन्वयक कुणाल कुमार कहते हैं कि परिवार नियोजन के क्षेत्र में बांका के डॉक्टर से लेकर एएनएम और आशा ने बेहतर कार्य किया है। बेहतर काम के साथ जब पुरस्कार मिलता है तो उत्साह और दोगुना हो जाता है। उम्मीद है ये लोग आगे और बेहतर काम करेंगे। साथ ही नए चैंपियन भी उभरेंगे।