राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम- टीबी उन्मूलन के कई इंडिकेटर्स में मुंगेर ने हासिल की शानदार उपलब्धि

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– टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के इंडिकेटर्स में मुंगेर ने हासिल किए निर्धारित 20 में 20 अंक
– ट्रीटमेंट सक्सेस रेट और ट्रीटमेंट रेजीमेन के इंडिकेटर्स में मुंगेर हासिल किए क्रमशः 13 और 14 अंक

मुंगेर, 15 अप्रैल-

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) 2025 के तहत टीबी उन्मूलन गतिविधियों के कई इंडिकेटर्स में मुंगेर जिला ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। इस आशय की जानकारी जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ ध्रुव कुमार शाह ने दी। उन्होंने बताया कि सन 2025 तक जिला को टीबी के संक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जमीनी स्तर पर इन दिनों जोर- शोर से टीबी रोगी खोज अभियान चल रहा है। पिछले दिनों स्टेट टीबी सेंटर बिहार के द्वारा राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन अभियान के तहत निर्धारित इंडिकेटर्स में विभिन्न जिलों के द्वारा प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर एक रैंकिंग जारी की गई है। जिसके अनुसार टीबी नोटिफिकेशन के इंडिकेटर्स में मुंगेर जिला ने निर्धारित 20 में से 20 अंक हासिल करते हुए शानदार उपलब्धि हासिल की है। इसके अलावा एचआईवी के साथ टीबी पेशेंट के नोटिफिकेशन के इंडिकेटर के लिए निर्धारित 10 अंक में मुंगेर जिला ने 10 अंक हासिल किया है। इसके साथ- साथ ट्रीटमेंट सक्सेस रेट और ट्रीटमेंट रेजीमेन के इंडिकेटर्स में भी निर्धारित 20 अंक में से मुंगेर जिला ने क्रमशः 13 और 14 अंक हासिल किए हैं।
डिस्ट्रिक्ट टीबी सेंटर मुंगेर में डिस्ट्रिक्ट टीबी/एचआईवी कॉर्डिनेटर शैलेंदु कुमार ने बताया कि स्टेट टीबी सेंटर बिहार के द्वारा जारी विभिन्न जिलों की पॉइंट्स रैंकिंग में मुंगेर जिला ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के विभिन्न इंडिकेटर्स में निर्धारित कुल अंक में से विभिन्न जिलों के द्वारा प्राप्त अंक के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है।
इस रैंकिंग के आधार पर टोटल टीबी इंडेक्स में मुंगेर जिला ने राज्य भर में 68 अंक हासिल किए हैं । मुंगेर से आगे सिर्फ गोपालगंज जिला है , जो 70 अंक के साथ टीबी इंडेक्स में राज्य भर में पहले स्थान पर है। वहीं मुंगेर के अलावा गया और शिवहर जिला भी 68- 68 अंक के साथ राज्य भर में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर है।
उन्होंने बताया कि टीबी नोटिफिकेशन अचीवड इंडिकेटर्स में निर्धारित 20 अंक में से मुंगेर के अलावा भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गया और गोपालगंज जिला 20 अंक हासिल कर राज्य भर में पहले पायदान पर है । इसके साथ ही एचआईवी के साथ टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के इंडिकेटर में भी निर्धारित 10 में से 10 अंक प्राप्त किया है। इसके अलावा टीबी मरीजों के सक्सेस रेट इंडिकेटर्स के लिए निर्धारित 15 में से मुंगेर जिला ने 13 अंक प्राप्त किए हैं। वहीं टीबी ट्रीटमेंट इनिशिएशन रेजीमेन के इंडिकेटर्स के लिए निर्धारित 15 अंक में से मुंगेर जिला ने 14 अंक हासिल किए हैं।
उन्होंने बताया कि टीबी के पॉइंट्स ओन यूडीएसटी या माइक्रो बायोलॉजिकल कन्फर्म केस के इंडिकेटर के लिए निर्धारित 10 अंक में से मुंगेर को 4 अंक प्राप्त हुए हैं। वहीं टीबी मरीजों के लिए निक्षय पोषण योजना के लिए निर्धारित इंडिकेटर के लिए निर्धारित 10 अंक में से मुंगेर जिला ने 5 अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा बच्चों की टीबी जांच के इंडिकेटर के लिए निर्धारित 5 में से मुंगेर जिला को 2 अंक मिले हैं । उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय य टीबी उन्मूलन अभियान में मुंगेर जिला के द्वारा प्राप्त यह उपलब्धि जिला भर में ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर के द्वारा लगातार चलाए जा रहे टीबी उन्मूलन गतिविधियों का परिणाम है। जिला भर में पीएचसी/सीएचसी से लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक टीबी की निःशुल्क जांच और उपचार के साथ टीबी की दवा उपलब्ध कराई गई है। इन दिनों जिला भर में लगातार टीबी रोगी खोज अभियान चल रहा है। इसके अलावा प्रत्येक महीने की 16 तारीख को जिलाभर के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।