परिवार नियोजन को लेकर सामुदायिक बैठक, योग्य महिलाओं को किया गया जागरूक

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– लखीसराय के दुर्गी महाराज जी गली स्थित ऑगनबाड़ी केंद्र संख्या 58 पर बैठक
– लखीसराय पीएचसी द्वारा केयर इंडिया एवं सीफार के सहयोग से आयोजित की गई बैठक

लखीसराय-

परिवार नियोजन को लेकर लखीसराय के दुर्गी महाराज जी गली स्थित ऑगनबाड़ी केंद्र संख्या 58 पर एक सामुदायिक बैठक हुई । जिसमें संबंधित ऑगनबाड़ी क्षेत्र के पोषक क्षेत्र में आने वाले तमाम 0 से दो वर्ष के बच्चों की माँ समेत परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल हुए। यह बैठक लखीसराय पीएचसी द्वारा केयर इंडिया एवं सीफार के संयुक्त सहयोग से आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता लखीसराय पीएचसी के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज एवं संचालन सीफार के मुंगेर डिवीजन के डिवीजनल कोर्डिनेटर श्याम त्रिपुरारी ने किया । बैठक के दौरान जागरूकता एवं सहभागिता पर विशेष बल दिया गया। जिसमें मौजूद महिलाओं को परिवार नियोजन की स्थाई एवं अस्थाई उपायों के साथ-साथ अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। इसके अलावा परिवार नियोजन को अपनाने के लिए जागरूक किया गया। इस मौके पर केयर इंडिया के परिवार नियोजन योजना के जिला समन्वयक अनुराग गुंजन, प्रखंड समन्वयक सुधांशु कुमार, ऑगनबाड़ी सेविका रूबी कुमारी, स्वास्थ्य कर्मी गोलू कुमार आदि मौजूद थे।

– छोटा व खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन को अपनाने की जरूरत :-
लखीसराय पीएचसी के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया, परिवार नियोजन को लेकर महिलाओं को जागरूक करने के दौरान उन्हें बताया गया कि छोटा व खुशहाल परिवार के लिए हर महिला को परिवार नियोजन को अपनाने की जरूरत है। क्योंकि, खुशहाल परिवार की जिंदगी जीने के लिए परिवार की संख्या सीमित होना बेहद जरूरी है। किन्तु, यह तभी संभव है जब परिवार नियोजन को अपनाया जाएगा। इसलिए, खुशहाल परिवार की जिंदगी जीने, बच्चों को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा देने के लिए परिवार नियोजन को अपनाना चाहिए।

– स्थाई एवं अस्थाई उपायों समेत अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की दी गई जानकारी :-
केयर इंडिया के परिवार नियोजन योजना के जिला समन्वयक अनुराग गुंजन ने परिवार नियोजन योजना को लेकर लोगों को जागरूक करने के दौरान स्थाई एवं अस्थाई उपायों के साथ-साथ समय अंतराल की जानकारी दी । जिसमें बताया, अगर कोई महिला परिवार नियोजन बंध्याकरण के लिए इच्छुक है किन्तु, उनका शरीर बंध्याकरण के लिए सक्षम नहीं है तो ऐसी महिला अस्थाई उपायों को भी अपना सकती है । ऐसी महिलाओं के लिए सरकार द्वारा पीएचसी स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। जैसे कि कंडोम, छाया, अंतरा, काॅपर – टी समेत का अन्य वैकल्पिक व्यवस्था अपना सकती हैं।

– वैकल्पिक व्यवस्था भी है पूरी तरह सुरक्षित, नहीं है किसी प्रकार का साइड इफेक्ट :-
सीफार के डिवीजनल कोर्डिनेटर श्याम त्रिपुरारी ने बताया,
सरकार द्वारा परिवार विकास मिशन के तहत की गई वैकल्पिक व्यवस्था भी पूरी तरह सुरक्षित है। इसका किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। किन्तु, किसी भी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था को अपनाने के पूर्व हर हाल में चिकित्सकों से सलाह लें और चिकित्सा परामर्श के बाद ही अपनाएं। ताकि अपनाने के बाद किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।

– स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए तीन साल का अंतर जरूरी :-
केयर इंडिया के परिवार नियोजन योजना के प्रखंड समन्वयक सुधांशु कुमार ने बताया, मौजूद महिलाओं को बताया गया कि स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए बच्चे के जन्म में तीन साल का अंतर रखना जरूरी है। इसलिए, एक बच्चे के जन्म के तीन साल बाद दूसरे बच्चे की योजना बनाएं। इससे ना सिर्फ स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे होंगे बल्कि, जच्चा-बच्चा दोनों भविष्य में अनावश्यक शारीरिक परेशानी से दूर रहेंगे। दरअसल, तीन साल का अंतर रखने से माँ तो स्वस्थ रहती ही है साथ ही बच्चे की भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। जिससे दोनों संक्रामक समेत अन्य बीमारियों से भी दूर रहते हैं ।
– परिवार नियोजन अपनाने से मजबूत होगा शारीरिक और आर्थिक विकास :-
लखीसराय पीएचसी की बीसीएम नुसरत प्रवीण ने बताया, परिवार नियोजन योजना को अपनाने से ना सिर्फ छोटा और सीमित परिवार होगा, बल्कि, जहाँ महिलाओं का शारीरिक विकास होगा वहीं, परिवार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। जिससे आप अपने बच्चों की को उचित परवरिश के साथ अच्छी शिक्षा हासिल कराने में समर्थ होंगे और बच्चे को उचित परवरिश का माहौल मिलेगा। साथ ही समाज में अच्छा संदेश जाएगा और सामाजिक स्तर पर लोग जागरूक होंगे। इसके अलावा जब बच्चों की उचित परवरिश मिलेगी तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत होगा।

– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
– दो गज की शारीरिक दूरी का हमेशा पालन करें।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
– साफ- सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।
– सैनिटाइजर का उपयोग करें।
– मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
– ताजा और गर्म खाने का उपयोग करें।
– बासी और बाहरी खाना खाने से परहेज करें।