भागलपुर जिले में डायरिया से बचाव को लेकर सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा शुरू

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– डीआईओ ने शहरी स्वास्थ्य उपकेंद्र बरारी में बच्चों को ओआरएस घोल पिलाकर की पखवाड़े की शुरुआत
– जिले भर में 5 लाख 17 हजार 107 घरों के 05 वर्ष तक के बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का किया जाएगा वितरण
भागलपुर, 15 जुलाई-
शुक्रवार को जिले में डायरिया से बचाव के लिए सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ हुआ।  डीआईओ डाॅ मनोज कुमार चौधरी ने शहरी स्वास्थ्य उप केंद्र बरारी पर 10 बच्चों को खुद दवा पिलाकर पखवाड़े की शुरुआत की। इसके बाद जिले में संचालित सभी स्वास्थ्य संस्थानों  में पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। जिसका समापन 30 जुलाई को होगा। इस दौरान जिले भर में ऑगनबाड़ी सेविका और आशा समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी  घर-घर जाकर 0 से 05 आयु वर्ग के तक के बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का वितरण करेंगे। इस मौके पर शहरी स्वास्थ्य केंद्र बरारी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ वरुण कुमार सिन्हा, यूनिसेफ एसएमसी अमित कुमार, यूएनडीपी के संदीप सिंह, बीएमसी अजीत कुमार आदि मौजूद थे।
– डायरिया से संक्रमित बच्चे के बीच ओआरएस पैकेट के साथ-साथ जिंक टेबलेट का भी किया जाएगा वितरण :
डीआईओ डाॅ मनोज कुमार चौधरी ने बताया, पखवाड़े के दौरान डायरिया से संक्रमित बच्चे के बीच ओआरएस पैकेट के साथ-साथ जिंक टेबलेट/सीरप का भी वितरण किया जाएगा।साथ ही सामुदायिक स्तर पर लोगों को डायरिया से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाएगा और डायरिया के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की भी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इस  दौरान लोगों को बताया जाएगा कि डायरिया होने पर क्या करें, इससे बचाव के  क्या उपाय हैं  , साफ-सफाई  रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाएगी। ताकि शुरुआती दौर में ही संबंधित व्यक्ति बीमारी की पहचान कर सके और समय पर इलाज शुरू हो सके।
– जिले के पाँच लाख 17 हजार 107 घरों में पाँच वर्ष तक के बच्चों के ओआरएस पैकेट का किया जाएगा वितरण :
डीआईओ ने बताया, पखवाड़े के दौरान जिले भर में एक लाख 77 हजार 497 बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसे सुनिश्चित करने को लेकर गठित स्वास्थ्य टीम दो लाख 41 हजार 20 घरों का भ्रमण करेंगी । वहीं, उन्होंने बताया, डायरिया होने पर लगातार 14 दिनों तक जिंक का सेवन करें। 02 माह से 06 माह तक के बच्चों को जिंक की  1/2 गोली 10 मिग्रा पानी में घोलकर या माँ के दूध के साथ घोलकर चम्मच से पिलाएं। 06 माह से 05 साल के बच्चों को एक गोली साफ पानी के साथ या माँ के दूध में घोलकर पिलाएं। जबकि, दो माह से कम आयु के बच्चों को 05 चम्मच ओआरएस प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 02 माह से 02 वर्ष तक बच्चे को 1/4 ग्लास से 1/2 ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 02 से 05 वर्ष तक के बच्चों को 1/2 से ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं।
– जानें क्या है डायरिया और लक्षण :
टट्टी की  अवस्था बदलाव या सामान्य से ज्यादा बार, ज्यादा पतला या पानी जैसी होने वाली टट्टी ही डायरिया (दस्त) का पहला का लक्षण है। इसके अलावा बच्चा बेचैन व चिड़चिड़ा है, अथवा सुस्त या बेहोश है। बच्चे की ऑखें डाउन हो रही है। बच्चे को बहुत ज्यादा प्यास लगना अथवा पानी ना पी पाना आदि डायरिया का ही कारण और लक्षण है।
– जिंक सेवन के ये हैं विशेष लाभ :
जिंक सेवन से दस्त और तीव्रता दोनों कम होती  है। तीन महीने तक दस्त का खतरा नहीं के बराबर रहता है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। जबकि, ओआरएस से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है एवं दस्त के खतरे से बचाव करता है।