मुंगेर में होगा स्वस्थ्य जीविका दीदी अभियान का संचालन

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-शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य उपकेंद्र के कार्य क्षेत्र में चलेगा अभियान
– पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग फ़ॉर एनसीडी के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में होगा इस अभियान का संचालन
– अभियान की सफलता को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति और अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गैर संचारी रोग मुंगेर के कार्यालय से जारी की गई चिट्ठी

मुंगेर, 27 अगस्त| मुंगेर में एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम के अंतर्गत पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग फ़ॉर एनसीडीएस के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला के सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य उपकेंद्र के कार्य क्षेत्र में ” स्वस्थ जीविका दीदी” अभियान का संचालन किया जाना है। इस अभियान के सफल संचालन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति और अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गैर संचारी रोग मुंगेर के कार्यालय से एक चिट्ठी जारी की गई है। मालूम हो कि 2021-22 में पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग विथ एनसीडी’एस के तहत 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की स्क्रीनिंग की रफ्तार शून्य है। अप्रैल से जुलाई माह तक 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के कुल 836 लोगों की ही स्क्रीनिंग की गई है।
जीविका दीदी, स्वयं सहायता समूह की प्रत्येक सदस्य एवं उसके सभी परिवारजनों का फैमिली फोल्डर बनाया जाएगा –
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) विकास कुमार ने बताया कि “स्वस्थ जीविका दीदी” अभियान के तहत जिला के सभी शहरी और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ -साथ स्वास्थ्य उपकेंद्र के कार्यक्षेत्र में संकुल क्षेत्र संघ (क्लस्टर फेडरेशन) कार्यालय पर कैम्प के माध्यम से जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह की प्रत्येक सदस्य एवं उसके सभी परिवार जनों का फैमिली फोल्डर बनाया जाना है इसके साथ ही उस परिवार में 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का सीबीएसी फॉर्म स्थानीय आशा कार्यकर्ता के द्वारा भरा जाना है। आशा कार्यकर्ता द्वारा पूर्ण रूपेण भरे गए फैमिली फोल्डर और सीबीएसी फॉर्म के प्रपत्रों के आधार पर 10 रुपये प्रति सीबीएसी प्रपत्र की दर से आशा को प्रोत्साहन राशि का भुगतान राज्य स्तर पर अश्विन पोर्टल के माध्यम से किया जाना है। अभियान का प्रारम्भ अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों,शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर किया जाना हैउन्होंने बताया कि प्रस्तावित “स्वस्थ्य जीविका दीदी” अभियान का प्रारम्भ उन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (एपीएचसी), शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (यूपीएचसी) और स्वास्थ्य उपकेंद्रों (एचएससी) पर किया जाना है जिन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में विकसित किया जा चुका है।

उन्होने बताया कि जीविका के अधीन सभी जिलों में कार्यरत संकुल क्षेत्र संघ ( क्लस्टर फेडरेशन) में आयोजित कैम्प में प्रत्येक सोमवार, गुरुवार और शनिवार को संबंधित यूपीएचसी, एपीएचसी और एचएससी पर कार्यरत आशा, एएनएम, स्टाफ नर्स, सीएचओ, चिकित्सा पदाधिकारी एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर के साथ अन्य कर्मियों की एक टीम के द्वारा सभी आवश्यक उपकरण और सामग्रियों के साथ उपस्थित होकर इस अभियान के तहत सभी जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह की सभी सदस्य के साथ -साथ उसके परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य प्रपत्र भरा जाना है। इसके साथ ही उनके परिवार में 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का सीबीए सी फॉर्म पूर्ण रूपेण भरकर सबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे।
डाटा इंट्री ऑपरेटर का एनसीडी एप पर प्रशिक्षण कराया जाएगा
उन्होंने बताया कि सीबीएसी फॉर्म और फैमिली फोल्डर में अंकित सूचनाओं के डिजिटलाइजेशन के लिए जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी एवं प्रखण्ड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक के द्वारा संयुक्त रूप से इन स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटर का एनसीडी एप पर प्रशिक्षण कराया जाएगा। इस प्रशिक्षण में टाटा ट्रस्ट के द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा।