लखीसराय जिले में शुरू हुआ कालाजार मरीज खोज अभियान

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–आशा घर -घर जाकर करेंगी मरोजों की पहचान
-जिले के चार प्रखंडों में चला कालाजार खोजी अभियान

लखीसराय-

जिले के चार प्रखंडों में कालाजार खोजी अभियान आज से शुरू हुआ है। जो आज से लगातार चार दिनों तक चलेगा। इस अभियान में लगभग दो सौ घरों में संभावित मरीजों की पहचान की जाएगी। इन घरों में अगर कालाजार के लक्षण वाले संक्रमित मिलते हैं तो उसका इलाज निःशुल्क सदर अस्पताल में किया जाएगा। उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेन्द्र कुमार ने बतायी।
डॉ धीरेन्द्र ने बताया कि आज से जिले के सदर प्रखंड लखीसराय के शहरी शेत्र के वार्ड न . 01एवं वार्ड न . 10 व उसके साथ महिसोना गाँव , सूरजगढ़ा के रामपुर एवं उरेन गाँव , बरहिया के आदर्श लक्ष्मीपुर एवं पिपरिया के रामचंद्रपुर गाँव में कालाजार के विरुद्घ घर -घर खोजी अभियान आज से शुरू हुआ है। इस अभियान का मकसद है कि इन क्षेत्रों के कालाजार मरीज को तलाश कर उनका निःशुल्क इलाज कर पुन: स्वस्थ्य जिन्दगी की राह पर वापस आना।

– सदर अस्पताल में नि:शुल्क इलाज की सुविधा है उपलब्ध :
डीभीबीडी सलाहकार नरेंद्र कुमार ने बताया कालाजार मरीजों की जाँच की सुविधा जिले के सभी पीएचसी में नि:शुल्क उपलब्ध है। जबकि, सदर अस्पताल में समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिसके कारण संक्रमित मरीज मिलने पर उन्हें संबंधित पीएचसी द्वारा सदर अस्पताल रेफर किया जाता है। मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में सरकार द्वारा 7100 रुपये की राशि दी जाती है। पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिये जाने का प्रावधान है। साथ ही पाॅजिटिव मरीजों का सहयोग करने पर प्रति मरीज 500 रूपये संबंधित आशा कार्यकर्ता को दी जाती है। 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।

– कालाजार के लक्षण :
– लगातार रूक-रूक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना।
– वजन में लगातार कमी होना।
– दुर्बलता।
– मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना।
– प्लीहा में नुकसान होता है।