सदर अस्पताल लखीसराय में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए जारी है सुरक्षित संस्थागत प्रसव

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– अस्पताल के लेबर रूम में कोरोना संक्रमण को देखते हुए की गई है विशेष साफ- सफाई और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था

– लेबर रूम में काम करने वाले सभी स्टाफ और नर्स के लिए अनिवार्य किया गया है मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग

लखीसराय –

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सदर अस्पताल लखीसराय में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लगातार गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित संस्थागत प्रसव जारी है। इसको ले सदर अस्पताल के लेबर रूम में विशेष साफ- सफाई , शारीरिक दूरी के साथ- साथ मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जा रहा है।

मंगलवार को सदर अस्पताल लखीसराय में सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराने वाली चमगढ़ा गांव की पूजा कुमारी (पति विपिन कुमार) ने बताया, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मैं घबरा रही थी कि पता नही अस्पताल में कैसी व्यवस्था होगी ।डॉक्टर और नर्स का कैसा सहयोग मिलेगा लेकिन यहां आने के बाद मुझे अस्पतल की व्यवस्था और डॉक्टर नर्स के अलावा अन्य मेडिकल स्टाफ का पूरा सहयोग मिला। इसके साथ ही नियमित रूप से लेबर रूम और वार्ड की साफ- सफाई करने वाली सफाई कर्मियों का पूरा सहयोग मिला।

सदर अस्पताल में ही सुरक्षित संस्थागत कराने वाली लखीसराय के जयनगर काली पहाड़ी वार्ड संख्या 36 की कोमल कुमारी (पति अमित शर्मा) ने बताया, संस्थागत प्रसव के लिए यहां आने से पहले मेरे मन में यहां की व्यवस्था को ले काफी संशय था कि न जाने सरकारी अस्पताल में कैसी व्यवस्था होगी लेकिन यहां आने के बाद मैंने देखा यहां प्रसव के दौरान और उसके बाद भी डॉक्टर ,नर्स के साथ ही सफाई कर्मियों और मेडिकल स्टाफ मरीज के ऊपर पूरा ध्यान देते हैं। यहां मरीजों के खाने- पीने के लिए पोष्टिक आहार के रूप में साधारण खाना के साथ- साथ दूध, अंडा, ब्रेड के अलावा फल भी दिया जाता है। यहां की सभी सेवाओं से मैं पूरी तरह सन्तुष्ट हूँ।

सदर अस्पताल में उपलब्ध फैसिलिटी के बारे में चर्चा करते हुए जिले के सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच सदर अस्पताल में नियमित रूप से कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सुरक्षित संस्थागत प्रसव अनुभवी डॉक्टर और जीएनएम नर्स के द्वारा कराया जा रहा है। इसके लिए लेबर रूम में नियमित साफ- सफाई के साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग सुनिश्चित कराया जा रहा है।