सबसे अधिक आयुष्मान कार्डधारियों की आंखों का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर सम्मानित

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-डॉ. विकास पाण्डेय को पटना में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने किया सम्मानित
-दो साल के अंदर साढ़े सात हजार से अधिक लाभुकों की आंखों का किया ऑपरेशन
भागलपुर, 5 जुलाई-
आयुष्मान कार्ड सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े  लोगों को लिए वरदान साबित हो रहा है।  ऐसे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके, इसे लेकर डॉक्टर भी भरपूर प्रयास कर रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि ऐसे लोगों को सरकार चिह्नित भी कर रही  और पुरस्कार भी दे रही है। इसका सबसे बेहतर प्रमाण है हरिशखा दृष्टि के डॉ. विकास पाण्डेय को सम्मान मिलना। आपको बता दें कि हरिशखा दृष्टि शहर के उन छह निजी अस्पतालों में है जो आयुष्मान कार्ड के तहत सूचीबद्ध है। कोई आयुष्मान कार्डधारक पांच लाख रुपये तक का इलाज इस निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड दिखाकर करवा सकते हैं। भागलपुर के अस्पतालों में आसपास के जिले के आयुष्मान कार्डधारी भी इस योजना का लाभ ले रहे हैं। बांका, जमुई, मुंगेर समेत कई दूसरे जिलों के लोग यहां आकर इस योजना का लाभ ले रहे हैं।
डॉ. विकास पाण्डेय ने पिछले दो सालों में ही साढ़े सात हजार से अधिक आयुष्मान कार्डधारियों की आंखों का सफल ऑपरेशन किया है। ये इस बात का प्रमाण है कि आयुष्मान कार्डधारियों को न सिर्फ सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा मिल रही है, बल्कि निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में लाभुक इसका लाभ उठा रहे हैं। डॉ. विकास पांडेय कहते हैं कि सम्मान मिलने से मुझे खुशी हो रही है। जब आपको कोई सम्मान मिलता है तो यह इस बात का प्रमाण होता है कि आप सही दिशा में जा रहे हो। सही काम कर रहे हो और आगे भी बेहतर करने के लिए प्रेरणा मिलती है। आयुष्मान योजना के जिला समन्वयक सौरभ मुखर्जी कहते हैं कि भागलपुर जिले में भी इस योजना का लाभ बड़ी संख्या में लोगों को मिल रहा है। जिले में कुल 14 लाख लोगों को इस योजना का लाभ मिलना है। इनमें से एक लाख 80 हजार लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। इनमें से हजारों लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। डॉ. पाण्डेय को स्वास्थ्य मंत्री से पुरस्कार मिलना इस बात का प्रमाण है कि सरकारी के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं। इसलिए जिले के बचे हुए लोगों को भी इस योजना का लाभ मिले, इसे लेकर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
जिले के छह निजी अस्पताल सूचीबद्धः जिले के सभी सरकारी और छह निजी अस्पतालों में इस योजना का लाभ कार्डधारक ले सकते हैं। सदर अस्पताल और जिले के सभी अनुमंडल, रेफरल, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष्मान कार्डधारक इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (मायागंज अस्पताल) में भी इस योजना का लाभ कार्डधारकों को मिल रहा है। साथ ही ग्लोकल अस्पताल, हरिशखा दृष्टि, कौशल्या आई रिसर्च इंस्टीट्यूट, किडनी स्टोन एंड यूरोलॉजी क्लीनिक, प्राइड अस्पताल और हिंदाल अस्पताल जैसे निजी क्लीनिकों में भी कार्डधारक आयुष्मान योजना का लाभ ले सकते हैं।
पांच लाख रुपये तक का मिलता है मुफ्त इलाजः सौरभ मुखर्जी ने बताया कि जिनलोगों के पास पीएम लेटर आया है, उनका बहुत ही आसानी से कार्ड बन जा रहा है। साथ ही जिनलोगों को पीएम लेटर नहीं भी आया है, और वे योजना के योग्य हैं तो उनका भी कार्ड बनने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके लिए आपके पास 2014 के पहले का राशन कार्ड होना जरूरी है। साथ में अपना आधार कार्ड लेकर अपने नजदीकी  सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) में जाएं। वहां पर अपना राशन कार्ड दिखाएं। अगर आप इस योजना के योग्य होंगे तो तत्काल आपका आयुष्मान कार्ड बन जाएगा, जिसके बाद आप गंभीर तौर पर बीमार पड़ने पर पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं।