सर्वे में टीका लेने से इनकार करने वालों को सेविका काजल कर रहीं जागरूक

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-स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जाकर लोगों को दिलवा रही कोरोना का टीका
-नारायणपुर प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्र 107 की सेविका काजल कुमारी की कहानी
भागलपुर, 11 नवंबर।
जिले के आखिरी व्यक्ति तक कोरोना का टीका पहुंचे, इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार अभियान चला रहा है। पिछले दिनों टीकाकरण को लेकर सर्वे किया गया था, जिसमें टीका लेने वालों और नहीं लेने वालों को चिह्नित किया गया था। सर्वे के दौरान जिन लोगों ने टीका लेने से साफ इनकार कर दिया था, अब उनके घर-घर स्वास्थ्य विभाग की टीम जा रही है। उनके मन में टीका के प्रति जो भ्रम है, उसे दूर कर टीकाकरण किया जा रहा है।
नारायणपुर प्रखंड की सिंहपुर पंचायत के मधुरापुर में काफी संख्या में ऐसे लोग थे, जो कोरोना का टीका लेने से साफ मना कर दे रहे थे। ऐसे लोगों में महिलाओं की संख्या अधिक थी। इसलिए महिलाओं को जागरूक करने का बीड़ा उठाया क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 107 की सेविका काजल कुमारी ने। भागलपुर से आने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ वह घर-घर जाती है और लोगों को टीका लेने के लिए कहती है। टीका लेने से इनकार करने वालों की जो भी समस्या रहती है, उसे स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर दूर करती है।
बीमार होने के डर को किया दूरः काजल कुमारी कहती हैं ज़्यादातर महिलाएं बुजुर्ग हैं और उन्हें बीमार होने का डर रहता है। उन्हें लगता है कि टीका लेने के बाद अगर बीमार हो जाऊंगी तो क्या होगा। हालांकि जब हमलोगों ने समझाया कि टीका लेने के बाद आप बीमार नहीं पड़ेंगी, बल्कि अगर आपने टीका नहीं लिया और कोरोना हो गया तो ज्यादा नुकसान होगा। इसलिए यदि कोई बीमार भी हैं तो वह जल्द से जल्द टीका ले लें। अगर आपको किडनी, लीवर या फिर जिस भी तरह की बीमारी है, अगर इस हालत में कोरोना हो गया तो ज्यादा नुकसान होगा। यदि आप टीका लिए रहेंगी तो ज्यादा परेशानी नहीं होगी। कोरोना से आप बचे रहेंगी। इसके बाद सभी लोग टीका लेने के लिए तैयार हो गए। अब तक ऐसे काफी लोगों ने कोरोना का टीका ले लिया है, जिसने कि पहले टीका लेने से इनकार कर दिया था।
लोगों की बढ़ रही है समझदारीः केयर इंडिया के डीटीओ आउटरीच डॉ. असद जावेद कहते हैं कि काजल के सहयोग से टीका नहीं लेने वालों को जागरूक करने में बहुत मदद मिलती है। उसे क्षेत्र के लोग अच्छे से जानते हैं। इससे यह सहूलियत मिलती है कि अगर किसी के घर जाते हैं तो वह ज्यादा पूछताछ नहीं करते हैं और समझा देने के बाद टीका लेने के लिए तैयार हो जाते हैं। काजल कहती हैं कि क्षेत्र के एक-एक लोग मुझे जानते हैं। कोरोना की पहली लहर से अब तक जागरूक करने का काम कर रही हूं। पहले मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ बाहर से घर आने पर हाथ की धुलाई के लिए कहती थी। अब कोरोना का टीका लेने के लिए लोगों को जागरूक करती हूं। लोग समझ भी रहे हैं और मास्क भी पहन रहे हैं और टीका भी ले रहे हैं।